उज्जैन।4 दिन के मालवा दौरे के आखिरी दिन आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (rss chief mohan bhagwat) ने विद्याभारती के कार्यक्रम में संघ पदाधिकारियों को संबोधित किया. भागवत ने चिंतामन रोड पर स्थित विद्या भारती नए बने विक्रमादित्य भवन का भी लोकार्पण किया. उन्होंने नई शिक्षा नीति की सराहना करते हुए कहा कि देशभर में नई शिक्षा नीति को लेकर माहौल बनाने के लिए पहले शिक्षकों को प्रशिक्षित करना होगा. विक्रमादित्य भवन में मालवा प्रांत के शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी.
नई शिक्षा नीति पर बोले RSS चीफ मोहन भागवत, बच्चों को सिखाने के लिए पहले शिक्षकों को प्रशिक्षित करना जरूरी
4 दिन के मालवा दौरे के आखिरी दिन आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (rss chief mohan bhagwat) ने विद्याभारती के कार्यक्रम में संघ पदाधिकारियों को संबोधित किया.
भारत में शिक्षा तीन ट्रिलियन का व्यापार
अपने आधे घंटे के संबोधन के दौरान आरएसएस प्रमुख ने कहा कि देशभर में इसे लेकर बात हो रही है, लेकिन इसके लिए सबसे पहले शिक्षकों को प्रशिक्षित करने की जरूरत है. उन्होंने कहा की बच्चों को नई शिक्षा नीति सिखाने से पहले शिक्षकों को समझना होगा. उन्होंने कहा कि भारत में शिक्षा का तीन ट्रिलियन का व्यापार है. इसलिए शिक्षा में सुधार शिक्षकों को ट्रेंड करने से होगा. भागवत ने आदिवासियों की शिक्षा पर भी जोर दिया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पाठ्यक्रम कैसा हो इसके लिए भी नीति तैयार करनी होगी.
हर साल 22 हजार शिक्षक होंगे प्रशिक्षित
इस केंद्र में प्रतिवर्ष 22 हजार शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. विद्या भारती का यह नया विक्रमादित्य प्रशिक्षण केंद्र 2 बीघा जमीन पर 22 करोड़ से अधिक की लागत से बना है. इस भवन में संघ का प्रांतीय कार्यालय भी संचालित किया जाएगा. यहां शिक्षकों को 15 दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा. जिसमें शिक्षकों के रहने, खाने, आदि की पूरी व्यवस्था रहेगी. केंद्र में पूरे मालवा प्रांत से आने वाले शिक्षक प्रशिक्षण हासिल करेंगे.