सतना। "कौन कहता है असमान में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों" इन लाइनों को सतना के होनहार बच्चों ने सच साबित कर दिखाया. कर्नाटक के बेलगाम में आयोजित स्केटिंग टूर्नामेंट में नान स्टॉप 48 घंटे स्केटिंग कर सतना के 11 बच्चों ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराने में बड़ी कामयाबी हासिल की है.
सतना के 11 बच्चों ने नान स्टॉप 48 घंटे स्केटिंग कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया अपना नाम
कर्नाटक के बेलगाम में आयोजित स्केटिंग प्रतियोगति में सतना के 11 बच्चों ने स्केटिंग में अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया है. वहीं उनकी इस सफलता से कोच और बच्चों के परिजनो के अलावा पूरा सतना खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा है.
इस सफलता पर एक खिलाड़ी विशेषता सिंह ने कहा कि गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने पर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही हूं. टूर्नामेंट में देश भर के 600 चुनिंदा स्केटर्स ने भाग लिया था. बच्चों की यह उपलब्धि से न सिर्फ सतना बल्कि पूरे मध्यप्रदेश के लिए गौरव की बात है.बच्चों की इस खुशी में उनके माता-पिता भी काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं.
एक ओर जहां सभी इस सफलता से खुश हैं वहीं स्केटिंग के कोच ने कहा कि संसाधनों के अभाव और सरकार की बेरुखी होनहार प्रतिभागियों के आगे मुश्किलें खड़ी करती हैं, लेकिन बच्चों ने बिना स्केटिंग ट्रैक पर पैक्टिस के जो उपलब्धि हासिल की है वो उनकी लगन और मेहनत का नतीजा है.