भोपाल/रीवा।ऑनलाइन गेम (Online Game) का फितूर बच्चों पर इस कदर हावी है कि वह अब इसके लिए अपराध (Crime) का रास्ता तक चुनने लगे हैं. बात करें मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की, तो पिछले कुछ दिनों में कई ऐसे सनसनीखेज मामले सामने आए, जिसमें ऑनलाइन गेम के चक्कर में बच्चे अपराधी बन गए. ऑनलाइन गेम खेलने की बढ़ती लत से बच्चों को दूर रखने और आने वाली मुसीबत से बचाने के लिए साइबर सेल (CYBER CELL) ने बालकों को कुछ हिदायतें भी दी है. इसके बाद भी बच्चे ऑनलाइन गेम की वजह से गलत रास्ते पर जा रहे हैं. पबजी (PUBG), फ्री फायर (Free Fire), बैटल ग्राउंड (Battle Ground) समेत कई गेम ऑनलाइन खेले जाते हैं. लेकिन सबसे ज्यादा पबजी गेम का असर बच्चों पर पड़ रहा है.
रीवा |
ऑनलाइन गेम के चक्कर में निकाले 1 लाख रुपए
रीवा के जवा थाना क्षेत्र में ऑनलाइन गेम से जुड़ा एक अजीबोगरीब मामला सामने आया. जहां गेम के चक्कर में एक नाबालिग ने अपने पिता के खाते से 1 लाख रुपए निकाल लिए. बाद में पिता की डांट के डर से वह अपने घर से भाग गया. बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद उसे 24 घंटे के अंदर ही ढूंढ लिया गया. बच्चा इंदौर रेलवे स्टेशन में मिला है.
यह है पूरा मामला
बताया जा रहा है कि जवा थाना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाला 16 वर्षीय किशोर 15 सितंबर को घर से कोचिंग जाने की बात बोलकर निकला था. जिसके बाद वह लापता हो गया. काफी तलाश के बाद भी उसका पता नहीं चला तो परिजनों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई. जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया. मामले की जांच में जब तथ्य सामने आए तो पुलिस के भी होश उड़ गए. बच्चा ऑनलाइन गेम खेलने की लत में फंसा हुआ था. इस गेम की लत में जब वह बुरी तरह फंस गया तो उससे रुपयों की मांग की जाने लगी. चोरी से उसने अपने पिता के खाते से पैसे निकालना शुरू कर दिया.
10 दिन में निकाले एक लाख रुपए
बच्चे ने दस दिन में करीब एक लाख रुपए अपने पिता के खाते से निकाल लिए और ऑनलाइन गेम में ट्रांसफर कर दिए. पैसे निकालने के मैसेज जब भी नाबालिग के पिता के मोबाइल में आते तो वह उसे डिलीट कर देता था. इतनी बड़ी रकम गेम में हारने के बाद जब बच्चे को अपनी गलती का अहसास हुआ. लेकिन उसे फिर पिता की डांट का डर सताने लगा और वह घर से भाग गया. बच्चे के गायब होने के बाद परिजन से पुलिस से शिकायत की थी. जिसके बाद बच्चे की लोकेशन ट्रेस कर उसे इंदौर रेलवे स्टेशन में ढूंढ लिया गया.
राज्य साइबर सेल द्वारा एडवाइजरी जारी
राज्य साइबर सेल द्वारा अभिभावकों से कहा गया है कि बच्चों को बेवजह मोबाइल नहीं दें. ऑनलाइन क्लॉसेस के लिए बिना सिम कार्ड का मोबाइल दें, बच्चों को वाईफाई से इंटरनेट इस्तेमाल करने दें, साथ ही बच्चों की ऑनलाइन एक्टिविटी पर नजर रखें. साइबर सेल की एडवाइजरी में कहा गया है कि परिवार के सभी सदस्यों के मोबाइल में प्ले स्टोर पर पैरेंटल कंट्रोल ऑन करें. पासवर्ड बच्चों को न बताएं, बच्चों को हर तरह के ट्रांजेक्शन की छूट न दें. खाते से पैसे कटने का मैसेज आते ही बच्चों से पैसे कटने का कारण अवश्य पूछें.