रीवा।मध्यप्रदेश को उत्तरप्रदेश जोड़ने वाले रीवा के नेशनल हाइवे 2 सिलसिलेवार डमी बम (simi and naxal connection rews bomb) मिलने से फैली दहशत के बाद अब एक पत्र ने सनसनी(a letter created panic rews police) मचा दी है. पुलिस अभी ब्रिज पर डमी बम प्लांट करने वाले आरोपियों की तलाश में ही थी तब तक रीवा के कलेक्ट्रेड और कोर्ट को बम से उड़ा देने की जानकारी मिल गई. ये सूचना एक पत्र के माध्यम से आई है जो एक समाचार पत्र के कार्यालय में भेजा गया है. स्पीड पोस्ट से भेजे गए इस पत्र के मिलते ही पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया है. लेटर में साजिश का कनेक्शन सिमी और नक्सिलयों से होना बताया गया है.
सिमी और नक्सलियों की साजिश?
स्पीड पोस्ट के जरिये समाचार पत्र के कार्यालय में भेजे गए इस लेटर में आतंकी संगठन सिमी और नक्सलियों को इन घटनाओं की जिम्मेदारी दिए जाने का जिक्र किया गया है. इसके अलावा कबाड़ का कारोबार करने वाले 2 स्थानीय लोगों को ब्रिज के नीच बमे लगाने जाने की साजिश रचने वाला बताया गया है. इस पत्र को बबलू नाम के किसी अज्ञात व्यक्ति ने समाचार पत्र के संपादक के नाम भेजा है. पत्र मिलने की सूचना के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया है, हालांकि आला अधिकारी इसे किसी की शरारत मान रहे हैं. अधिकारियों का यह भी कहना है पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी हुई है.
पत्र में है घटनाओं से जुड़ी गोपनीय जानकारी
पत्र में कई गोपनीय जानकारियों का जिक्र किया गया है.लेकिन जिस तरह से सिमी का जिक्र किया गया है उसके यह आशंका बढ़ गई है कि रीवा में सिमी सक्रिय हो गया है. पिछली कुछ घटनाओं पर नजर डालें तो जनवरी 2022 में जिस तरीके से हाइवे, ब्रिज और अन्य महत्त्वपूर्ण स्थानों पर डमी टाइम बम लगाने की साजिश, फिर उसके बाद 10 फरवरी को कलेक्ट्रेट कार्यालय और 15 फरवरी को जिला न्यायालय परिसर में ब्लास्ट करने का जिक्र किया गया है. वह इस बात का संकेत देता है कि रीवा को कहीं सिमी की नजर तो नहीं लग गई. पत्र में साजिशकर्ता सोनू उर्फ अशफाक के नाम का जिक्र भी किया गया है.