जबलपुर। मदन महल पहाड़ी में बसे सैकड़ों परिवारों को वहां से विस्थापित कर तिलहरी के पास बसा तो दिया गया पर उनके रोजमर्रा को व्यवस्था करने में नगर निगम असफल हो गया. किसी तरह लोग तो अपना गुजर बसर कर लेते पर इस विस्थापन से अगर कोई सबसे ज्यादा परेशान हुआ था तो वो थे स्कूली बच्चे. ईटीवी भारत द्वारा इन बच्चों की परेशानी को जिला प्रशासन तक पहुंचाया गया. लिहाजा बच्चों की शिक्षा की कलेक्टर छवि भारद्वाज ने व्यवस्था करवाई.
विस्थापन की वजह से बाधित हुई बच्चों की पढ़ाई, कलेक्टर ने करवाई अस्थायी स्कूल की व्यवस्था - जबलपुर
मदन महल पहाड़ी में बसे सैकड़ों परिवारों को वहां से विस्थापित कर तिलहरी के पास बसा तो दिया गया पर उनके रोजमर्रा को व्यवस्था करने में नगर निगम असफल हो गया. किसी तरह लोग तो अपना गुजर बसर कर लेते पर इस विस्थापन से अगर कोई सबसे ज्यादा परेशान हुआ था तो वो थे स्कूली बच्चे.
ईटीवी भारत की खबर को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने तुरंत ही विस्थापित हुए बच्चों के लिए एक अस्थाई स्कूल की व्यवस्था के लिए डीईओ और डीपीसी को निर्देश दिए .इसके अलावा कक्षा 9 से लेकर 12 तक के छात्रों के लिए निःशुल्क मेट्रो बस की भी व्यवस्था करने के लिए कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं. सिर्फ स्कूली बच्चे ही नहीं बल्कि कामकाजी महिलाएं भी मेट्रो बस का लाभ उठा सकेंगे.
मदन महल पहाड़ी में बसे सैकड़ों परिवारों को नगर निगम ने विस्थापित तो कर दिया पर इन परिवारों के बच्चे जिनकी परीक्षा सिर पर है वो अपनी पढ़ाई से महरूम हो रहे थे हालांकि कुछ नौजवान युवाओं ने मिलकर इन बच्चों को तालीम देने की जिम्मेदारी उठाायी और वो अपने इस काम को लेकर सक्रिय थे. ऐसे में ईटीवी भारत की खबर के बाद कलेक्टर छवि भारद्वाज न सिर्फ बच्चों के लिए अस्थाई स्कूल की व्यवस्था की बल्कि शहर आने वाले छात्रों के लिए मेट्रो बस का परिचालन भी शुरू किया.