इंदौर। सरकार द्वारा स्कूली शिक्षा को सही करने और गरीब परिवार के बच्चों तक पहुंचाने के लिए राइट टू एजुकेशन (आरटीई) व्यवस्था प्रदेश में लागू की गई, लेकिन आरटीई से संबंधित शिकायत लेकर परिजन अधिकारियों के चक्कर काटते नजर आ रहे हैं.
'राइट टू एजुकेशन' का उड़ रहा मजाक, छात्रों ने स्कूल पर लगाए गंभीर आरोप
इंदौर के दिल्ली कॉलेज स्कूल की शिकायत करने परिजन और बच्चे कलेक्टर कार्यालय पहुंचे.
इंदौर के दिल्ली कॉलेज स्कूल का ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसकी शिकायत करने परिजन और बच्चे कलेक्टर कार्यालय पहुंचे. कलेक्टर लोकेश जाटव से मिलकर परिजनों ने आरोप लगाया कि इंदौर के दिल्ली कॉलेज स्कूल द्वारा आरटीई के तहत दिए गए एडमिशन वाले बच्चों को शातिर तरीके से धोखाधड़ी कर स्कूल से बाहर कर दिया है.
पीड़ित परिजनों ने आरोप लगाया कि करीब 33 बच्चों को सुबह कक्षा में प्रवेश नहीं दिया गया. बताया गया कि जिस संस्था में बच्चों के एडमिशन आरटीई के तहत हुए थे, वह संस्था अब बंद हो गई है. परिजनों ने कहा कि अब बच्चों की उम्र भी नवीनतम आवेदन नियमों के मुताबिक ज्यादा हो चुकी है, ऐसे में बच्चों के साथ अन्याय हुआ है. परिजनों की शिकायत के बाद कलेक्टर लोकेश जाटव द्वारा उन्हें मदद का आश्वासन दिया गया है.