ग्वालियर। प्रदेश में बच्चा चोरी की अफवाहों का बाजार इतना गर्म हो चुका है कि लोग बच्चों को स्कूल तक भेजने में हिचक रहे हैं. ग्वालियर में मंदिर से लौट रहे दो बाबाओं को बच्चा चोर के शक में 100 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने जमकर पीटा. पुलिस ने जब घटना की जांच पड़ताल की, तो दोनों बाबा मंदिर में पूजा करने वाले बताए गए.
बच्चा चोरी की अफवाहों से बढ़े मॉब लिंचिंग के मामले ऐसा ही एक और मामला सामने आया, ग्वालियर के झांसी रोड पर दो महिलाओं को बच्चा चोरी के शक में भीड़ पीटने लगी. लेकिन भीड़ आक्रामक होती, उससे पहले पुलिस ने वहां पहुंचकर महिलाओं को कस्टेटी में लिया. हालांकि इन दोनों महिलाओं पर एक स्थानीय महिला ने आरोप लगाया है कि वह बच्चों को जबरदस्ती पकड़ रही थी.
आलम यह है कि पूरे ग्वालियर चंबल संभाग में बच्चों चोरी के कई मामले सामने आए है. आकड़ों पर गौर करे तो ग्वालियर से तीन, गुना से पांच, शिवपुरी से 6 दतिया से 3, मुरैना से 3, भिंड से दो और अशोकनगर से एक मामला सामने आया है. इन सभी मामलों में बच्चा चोरी के शक में मॉब लिंचिंग की घटनाएं सामने आई है.
पुलिस भी मामलों में अब तक कोई ठोस सबूत नहीं दे पा रही है. ग्वालियर रेंज के आईजी राजा बाबू ने अलर्ट जारी करते हुए इस तरह के मामलों को अफवाह बताया है. आईजी भले ही कुछ भी कहे, लेकिन पुलिस भी यह साबित नहीं कर पा रही है कि क्या प्रदेश में वाकई में कोई बच्चा चोर गिरोह सक्रिय है या फिर ये महज अफवाहों से ज्यादा कुछ नहीं है. लेकिन ऐसी घटनाओं से ग्वालियर- चंबल सहित पूरे प्रदेश में भय का वातावरण बन रहा है. जिसे रोकने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने चाहिए.