देवास। नेमावर हत्याकांड (Namewar Murder Case) के बाद पीड़ित के परिजनों से मुलाकात करने शनिवार को भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद देवास पहुंचे, उनके साथ हजारों लोगों का काफिला साथ चल रहा था, उन्होंने नेमार हत्याकांड को लेकर देवास में कहा कि ये कोई बकरे नहीं हैं, जिन्हें हलाल किया जाएगा, मारा जाएगा.
'ये कोई बकरे नहीं जिन्हें हलाल किया जाए'
देवास के नेमावर में हुए जघन्य हत्याकांड के पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने के लिए भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मोर्चा संभाला है, जहां भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद अपने साथ हजारों लोगों के काफिले के साथ नेमावर पहुचे, देवास मुख्यालय पहुंचकर चंद्रशेखर आजाद ने बयान देते हुए कहा मैं दिल्ली से यह बताने यहां पर आया हूं कि ये कोई बकरे नहीं हैं, जो हलाल किया जायेगा, मारा जाएगा.
'मुख्यमंत्री को कुर्सी से खींच लाएंगे'
भीम आर्मी चीफ ने कहा कि पीड़ित परिवार जब न्याय की मांग कर रहा है, तो उन्हें न्याय क्यों नहीं दिया जा रहा है, सरकार कोई भी हो बात यह है कि आम व्यक्ति को न्याय मिले, अगर मुख्यमंत्री न्याय नहीं देंगे, तो उन्हें कुर्सी से खींचकर लेकर आएंगे, ये जनता है, लोकतंत्र में मुख्यमंत्री को न्याय देना ही पड़ेगा, मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के सवाल पर बोले- उन्हें आदिवासियों से क्या लेना देना, उन्हें क्या पता वो आरएसएस के लोग हैं, उन्हें तो ये कीड़े मकोड़े नजर आते हैं.
'जब तक जांच के आदेश नहीं दिए जाते, आंदोलन जारी रहेगा'
अगर ये उन्हें इंसान नजर आते तो तीन बच्चियों के बारे में सोचते, 45 दिन तक पुलिस ने क्या किया. आज कह रहे हम न्याय कर लेंगे, इतने दिन जांच करने के बाद इन्हें यह भी नहीं पता कि 45 दिन तक परिवार कहां था, उन्होंने कहा कि अगर न्याय नहीं मिलेगा, तो मध्यप्रदेश नहीं चलेगा, मुख्यमंत्री चैन से नहीं सो पाएंगे, उन्होंने कहा कि वह हर मुख्यालय और मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे, जब तक वह सीबीआई की जांच का आदेश नहीं दे देते तब तक वो आंदोलन करेंगे.