भोपाल/इंदौर.मध्यप्रदेश सरकार 21 जून के वैक्सीनेशन महाअभियान की तर्ज पर एक बार फिर वैक्सीनेशन अभियान चलाने जा रही है. 1 से 3 जुलाई तक चलाए जाने वाले वैक्सीनेशन अभियान की रणनीति पहले की ही तरह बनाई जा रही है. इस अभियान की रणनीति बनाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के साथ बैठक भी कर चुके हैं. पहले की ही तरह वैक्सीन का कोटा स्टॉक किया जाने लगा है. कई वैक्सीन सेंटर पर वैक्सीन खत्म हो गई है तो कई सेंटर्स को बंद कर दिया गया है. अकेले भोपाल में सिर्फ 25 सेंटर्स पर ही वैक्सीन लगाई गई. वहीं मुरैना में भी वैक्सीन की कमी होने पर लोगों के मेडिकल स्टॉफ से झगड़ा करने का मामला सामने आ चुका है. दूसरी तरफ प्रदेश में 2 करोड़ से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है. ऐसे में एक बार फिर सवाल उठता है कि जब वैक्सीन की कमी है तब 1 से 3 जुलाई तक चलने वाले अभियान के लिए डोज कहां से और कैसे मिलेंगी.
सोमवार को भोपाल में थी सिर्फ 5 हजार डोज
- शहर में सोमवार को सिर्फ 25 केंद्रों पर ही वैक्सीनेशन किया गया.
- यहां कोविशील्ड वैक्सीन अभी खत्म हो चुकी है.
- इस वजह से 5000 डोज कोवैक्सीन के ही लगाए गए.
- जिसमें से 2000 डोज मंगाए गए, जबकि 3000 का स्टॉक पहले से मौजूद था
- प्रदेश में बुधवार तक 25 लाख से अधिक वैक्सीन आने की उम्मीद जताई जा रही है.
- वैक्सीन की उपलब्धता की स्थिति बुधवार सुबह तक ही साफ हो सकेगी.
इंदौर में भी 29-30 जून को टीकाकरण रोका
1 से 3 जुलाई तक फिर से टीकाकरण अभियान
सोमवार को सामान्य टीकाकरण होने के चलते कम टीकाकरण हुआ लेकिन स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि अगले शास्त्रों में व्यापक तरीके से टीकाकरण किया जाएगा फिलहाल इंदौर में 29 और 30 जून को वैक्सीन नहीं होने के कारण टीकाकरण नहीं होगा जबकि 30 जून के बाद वैक्सीन उपलब्ध होते ही अन्य शेष बचे लोगों को भी वैक्सीन लगवा दी जाएगी
1 से 3 जुलाई तक फिर से टीकाकरण अभियान
ग्वालियर में 6 हजार फ्रंट लाइन वर्कर को ही नहीं लगी वैक्सीन की पहली डोज
- जिले में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की संख्या 26 हजार 990 है. इनमें 14 हजार 730 को लगा पहला डोज, 10 हजार लगवा चुके हैं दूसरा डोज. 2230 कर्मचारियों का नहीं हुआ वैक्सीनेशन.
- कुल फ्रंटलाइन वर्कर की संख्या 27 हजार 905 है, जिनमें से 24 हजार 258 लोगों को पहला और 13 हजार 400 लोगों को दूसरा डोज, जबकि 3763 लोगों को वैक्सीन का एक भी डोज नहीं लगा है.
- जिले मे 2 लाख 83 हजार 400 महिलाओं और 3 लाख 85 हजार 112 पुरुषों का टीकाकरण किया जा चुका है.
इधर फिर से रिकॉर्ड की तैयारी
21 जून को प्रदेश सरकार ने एक दिन में रिकॉर्ड करीब 17 लाख लोगों का वैक्सीनेशन किया था. ऐसे में एक बार फिर सरकार 1 से 3 जुलाई तक टीकाकरण अभियान शुरू करने जा रही है. वहीं इंदौर को 10 जुलाई से पहले पूरी तरह वैक्सीनेट कर प्रदेश का पहला पूर्ण वैक्सीनेटेट जिला बनाने की तैयारी की जा रही है.
- जिले में अब तक कुल 23 लाख 62 हजार 462 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है.
- इसके अलावा बचे हुए 8 लाख लोगों को 10 जुलाई के पहले वैक्सीनेट किया जाना है.
- यहां भी शर्त यही है कि वैक्सीन की उपलब्धता के अनुसार टीकाकरण किया जाएगा.
- 21 जून को टीकाकरण महा अभियान के दिन भी इंदौर में 2 लाख 27 हजार 451 लोगों को टीके लगाए गए थे यह 1 दिन में टीकाकरण का रिकॉर्ड था.
- इसके बाद अन्य दो सेशन में डेढ़ लाख और 50,000 से ज्यादा लोगों को टीका लग चुका है.
- फिलहाल इंदौर जिला प्रशासन और नगर निगम आगामी 7 सत्रों में इंदौर के तमाम लोगों को पहला डोज लगाने जा रहा है.
- इसके बाद इंदौर देश का पहला शत प्रतिशत वैक्सीनेट शहर होगा जिसके नागरिकों को कम से कम पहला डोज लग चुका होगा.
- इंदौर नगर निगम के जोन क्रमांक 3 के तहत आने वाले 5 वार्डों को सबसे पहले पूर्ण वैक्सीनेटेड होने पर सम्मानित किए जाने की भी तैयारी है.
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जिन्हें लग चुकी है वैक्सीन उन्ही के साथ करेंगे व्यापार
- इंदौर के औद्योगिक क्षेत्रों में करीब 90% कर्मचारियों का टीकाकरण हो चुका है.
- इंदौर जिला प्रशासन की कोशिश है कि 10 जुलाई तक व्यापारिक औद्योगिक एवं व्यवसाय क्षेत्रों में शत-प्रतिशत टीकाकरण हो जाए.
- जिले के व्यापारिक संगठनों ने घोषणा की है कि 10 जून के बाद उन्हीं लोगों के साथ व्यापार किया जाएगा जिन्हें वैक्सीन लग चुकी होगी.
- शहर के शोरूम में उन ग्राहकों को ही प्रवेश दिया जा सकेगा जिनके पास वैक्सीन लग जाने का प्रमाण पत्र होगा.
- हाल ही में इंदौर आए स्वास्थ विभाग के एसीएस मोहम्मद सुलेमान ने भी स्पष्ट किया था कि इंदौर केंद्र की तरफ से इंदौर को 10लाख अतिरिक्त डोज उपलब्ध कराए गए हैं.