भोपाल। मध्य प्रदेश के चाइल्ड इंटेंसिव केयर यूनिट में पिछले 5 साल के दौरान 68 हज़ार 301 नवजात बच्चों ने इलाज के दौरान दम तोड़ा है. कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी ने विधानसभा में इसकी जानकारी दी . मौजूदा साल में ही एसएनसीयू में 13 हजार 530 बच्चों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. हालांकि हमीदिया में हुई आगजनी की घटना में किन दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की गई, (68 thousand newborns died in hospitals in MP in 5 years) इस पर मंत्री ने कहा कि इसकी जानकारी जुटाई जा रही है.
2020-21 में SNCU में 13,530 नवजात बच्चों ने तोड़ा दम
कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने विधानसभा में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री प्रभु राम चौधरी से सवाल किया था, कि प्रदेश में किस-किस जिले में चाइल्ड इंटेंसिव केयर यूनिट हैं. पिछले 5 साल में इनमें कितने नवजात शिशुओं का उपचार किया गया और इनमें से कितने (total children death in sncu in mp)नवजात शिशुओं की मौत हो गई. इसके जवाब में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी ने बताया कि मध्य प्रदेश के सभी जिलों में एसएनसीयू हैं. मध्य प्रदेश के एसएनसीयू में पिछले 5 सालों के दौरान इलाज के लिए एडमिट किए गए 68 हजार 301 बच्चों को नहीं बचाया जा सका. पिछले 5 सालों के दौरान 5 लाख 996 बच्चे एडमिट हुए हैं.
- साल 2016-17 में 93,630 बच्चों को इलाज के लिए एसएनसीयू में एडमिट कराया गया. इसमें से 12952 नवजात बच्चों की मौत हो गई.
- साल 2017-18 में 95,231 शिक्षकों को इलाज के लिए एसएनसीयू में एडमिट कराया गया. इसमें से 13,106 बच्चों को नहीं बचाया जा सका.
- 2018-19 में 1 लाख 1854 बच्चों को एसएनसीयू में एडमिट कराया गया. इसमें से 13,954 बच्चों को नहीं बचाया जा सका.
- साल 2019- 20 में 1 लाख 11 हजार 133 बच्चों को एडमिट कराया गया. जिसमें से 14 हजार 759 बच्चों की मौत हो गई.
- साल 2020-21 में मध्य प्रदेश के एसएनसीयू में 99 हजार 148 बच्चों को उपचार के लिए एडमिट कराया गया. जिसमें से 13 हज़ार 530 बच्चों के जीवन की रक्षा नहीं की जा सकी.