हरदा। जिले की कृषि उपज मंडी में किसानों की फसल की खरीदी दो घंटे तक शुरू नहीं हो सकी. यहां व्यापारियों को मंडी प्रशासन के द्वारा किसानों को दो लाख रुपए की राशि नगदी एवं बकाया राशि आरटीजीएस के माध्यम से भुगतान करने के निर्देश दिए गए हैं, जिसको लेकर विरोध जताते हुए व्यापारियों ने शुरुआती दो घंटे तक खरीदी नहीं की.
मंडी प्रशासन और आयकर विभाग के अलग-अलग निर्देश व्यापारियों के लिए बने मुसीबत का सबब - market
जिले की कृषि उपज मंडी में एक ओर मंडी प्रशासन नगदी भुगतान की बात कर रहा है, वहीं दूसरी ओर इनकमटैक्स विभाग हमे कैशलेस भुगतान करने को कहता है जिससे किसान परेशान हो रहे हैं.
व्यापारियों का कहना है कि उन्हें मंडी और इनकम टैक्स विभाग के द्वारा अलग-अलग राय दी जा रही है, जिसको लेकर मंडी में खरीदी शुरू नहीं हो पाई है. व्यापारी संघ के सदस्य पंकज अग्रवाल ने बताया कि नगदी भुगतान को लेकर व्यापारियों के सामने असमंजस की स्तिथी बनी हुई है. उनका कहना है कि मंडी प्रशासन के द्वारा किसानों को आज से ही दो लाख रुपए तक का नगद भुगतान करने को कहा गया है. जबकि जिले की सभी बैंकों में नगदी की कमी बनी हुई है. हरदा मंडी में हर रोज 4 से 5 करोड़ का भुगतान होता है.