देवास। आचार संहिता की आड़ में आम आदमी ट्रैफिक पुलिस की चालानी कार्रवाई का शिकार बन रहे हैं, ये आरोप लगाया है यहां के लोगों ने. लोगों का कहना है कि वे आचार संहिता में दिए गए टार्गेट की भेंट चढ़ रहे हैं. एक युवक ने आरोप लगाते हुए कहा कि ट्रैफिक पुलिस ने जबरदस्ती शराब ड्रंक का केस बनवाकर उसकी गाड़ी जब्त कर ली, जबकि उसने बिल्कुल भी शराब नहीं पी रखी थी.
ट्रैफिक पुलिस की मनमानी का शिकार आम आदमी!, झूठा केस बनाकर कार्रवाई करने का आरोप
देवास की ट्रैफिक पुलिस पर झूठी चालानी कार्रवाई करने का आरोप लगा है. यहां पीड़ित ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस ने उस पर वाइन ड्रंक का केस बनाकर उसकी गाड़ी जब्त कर ली, जबकि उसने बिल्कुल शराब नहीं पी थी.
युवक जावेद ने बताया कि जिले के लालगेट पर रोजाना की तरह वाहन चेकिंग के दौरान उसे ट्रैफिक पुलिस ने रोका और उस पर शराब पीकर गाड़ी चलाने का आरोप लगाया. फिर उसे मेडिकल के लिए जिला अस्पताल ले गए. ड्यूटी डॉक्टर की मिलीभगत से पीड़ित युवक जावेद के मेडिकल फॉर्म पर वाइन ड्रंक लिखवा दिया. उसके बाद उसकी मोटरसाइकिल ट्रैफिक थाने में जब्त कर ली.
पीड़ित ने उसी समय मीडिया से सम्पर्क किया और अपने साथ हुई घटना पूरे विस्तार से बताई. इसके बाद तत्काल जावेद का दोबारा जिला अस्पताल में मेडिकल करवाया गया, तो इसमें दूसरे ड्यूटी डॉक्टर ने शराब नहीं पाने की रिपोर्ट दी. वहीं इस मामले में वरिष्ठ अधिकारी ने पीड़ित जावेद को उसकी बाइक बिना चालान भरे देने की बात कही है.