भोपाल| 12 मई को भोपाल संसदीय क्षेत्र में मतदान होने जा रहे हैं. सभी प्रत्याशी जोर-शोर से चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. वहीं भोपाल सांसद आलोक संजर एक बार फिर चर्चा का केंद्र बने हुए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर कुछ लोगों पर उनके खिलाफ भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है.
आलोक संजर ने जनता के नाम लिखा एक पत्र भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का नाम घोषित होने के बाद से ही वह विवादों में घिरी हुई हैं. सांसद आलोक संजर ने अपना दर्द बयान करने हुए सोशल मीडिया पर मतदाताओं के नाम एक पत्र लिखा. पत्र में उन्होंने कुछ लोगों पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है. आलोक संजर ने कहा कि वह खुद को धन्य मानते हैं कि जनता ने पिछले सभी चुनाव में उनका सहयोग कर उन पर उपकार किया है.
आलोक संजर ने कहा कि वह निष्ठा और ईमानदारी से लिख रहे हैं कि बीजेपी ने उन्हें संगठन के महत्वपूर्ण पदों पर सुशोभित किया. दो बार राजधानी से पार्षद और साल 2014 में भोपाल-सीहोर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव में ऐतिहासिक विजय का मान-सम्मान दिया. जिसका ऋण उन पर जीवनभर रहेगा.
आलोक संजर का कहना है कि वह एक छोटे से कार्यकर्ता हैं. उन्हें बीजेपी ने सांसद के पद तक पहुंचाया है. वह निश्चित रूप से बीजेपी में थे और हमेशा बीजेपी में रहेंगे. लोगों के द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है कि वह टिकट ना मिलने की वजह से पार्टी से नाराज चल रहे हैं, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है. लोग भ्रमित ना हों. उन्होंने स्वयं ही साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का नाम प्रस्तावित कर उन्हें विजय श्री बनाने का संकल्प लिया है. यदि साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर भोपाल से विजय प्राप्त करती है, तो उन्हें बेहद खुशी होगी.
बता दें कि इस पत्र के अंत में उन्होंने एक कविता भी लिखी है. इस कविता के भी कई अर्थ निकाले जा रहे हैं. उन्होंने लिखा है कि-
'मुसीबत आने पर भी शराफत कम नहीं होगी'
'करोगे सोने के सौ टुकड़े कीमत कम नहीं होगी'