बरही में सात साल में भी पूरी नहीं हो सकी जलापूर्ति योजना, जलस्रोतों के पास ही घरों में जलसंकट
हजारीबाग: एक तरफ कोरोना महामारी से आम लोग त्राहिमाम कर रहे हैं तो दूसरी ओर बरही के लोग गर्मी में जल संकट से जूझ रहे हैं. यह हाल तब है जबकि बरही से महज 5 किलोमीटर दूरी पर जवाहर घाटी में मीठे पानी से भरा तिलैया डैम है और पास में ही बराकर नदी भी है. इस अथाह जलभंडार के बावजूद यहां के लोग दस साल से जल संकट से जूझ रहे हैं. बराकर नदी से पीएचईडी की और से वर्ष 1972 की जलापूर्ति व्यवस्था यहां 5 वर्षों से ठप है. इसमें लगी मशीनों को जंक लग गया है. नतीजतन बरही चौक के पास स्थित पीएचईडी कार्यालय परिसर में स्थित नई और पुरानी दोनों जल मीनार जल विहीन हैं. ऐसे मे बरही के लोगो को सिर्फ नई जलापूर्ति योजना से ही उम्मीद है किन्तु 7 साल बाद भी यह योजना अधूरी है. अब ऐसी परिस्थिति में लोग पानी खरीदकर पीने को विवश हैं.