Video: गुमला में नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सोशल पुलिसिंग
गुमला पुलिस और सीआरपीएफ ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सोशल पुलिसिंग के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया. गुमला में नक्सलियों का गढ़ कहलाने वाले कुरुमगढ़, केरागानी और मड़वा के जंगलों में कभी नक्सलियों की गोलियों की तड़तड़ाहट गूंजती थी. पुलिस नक्सली मुठभेड़ से ग्रामीणों में खौफ का माहौल था. आज उन पुलिस वालों के साथ ग्रामीण हंसते-खिलखिलाते नजर आ रहे हैं. सोशल पुलिसिंग के तहत गुमला जिला पुलिस और सीआरपीएफ 218 बटालियन ने संयुक्त रूप से निःशुल्क स्वास्थ्य जांच और दवा वितरण का आयोजन कैंप लगाकर किया. इस कैंप में ग्रामीणों के बीच सामूहिक भोज आयोजित हुआ. वहीं विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ खुद पुलिस कप्तान डॉ. एहतेशाम बारीकी ने ग्रामीणों का इलाज करते हुए उनके बीच निःशुल्क दवाइयां बांटी. इस मौके पर सीआरपीएफ 218 बटालियन के समादेष्टा अनिल मिंज और अभियान एसपी मनीष सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ ग्रामीणों की मौजूदगी रही. इसको लेकर लोगों ने कहा कि पहले पुलिस को देख कर उन्हें डर लगता था मगर आज पुलिस के द्वारा जो कार्य किया गया उससे लगता है कि पुलिस हमारी मित्र है.