चाईबासा: भारतीय जनता पार्टी ने झारखंड के चाईबासा जिले से अपने मिशन 2024 का आगाज (Union Home Minister Launched Mission 2024) किया. चाईबासा के टाटा कॉलेज मैदान में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह विजय संकल्प महारैली कार्यक्रम में शामिल हुए. जैसे ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का हेलीकॉप्टर चाईबासा की धरती पर उतरा, वैसे ही कार्यकर्ताओं ने वंदे मातरम, भारत माता की जय, अमित शाह जिंदाबाद, जय श्रीराम के नारे लगाए. गृह मंत्री के आने से लोगों में एक अलग जोश और उत्साह नजर आया. चाईबासा आने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोर कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक की. उसके बाद कार्यक्रम स्थल पहुंचे.
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बिरसा मुंडा की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर नमन कियाः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंच पर पहुंचकर सबसे पहले बिरसा मुंडा को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री का जनजातीय पत्ता का टोपी, पत्ता का माला, प्रतीक चिह्न समेत अन्य चीजें देकर स्वागत किया गया. इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह के मंच पर पहुंचते ही भीड़ को "जय जोहार"कहा. उसके बाद अपने संबोधन की शुरूआत की.
हेमंत भाई अपनी किसी जिम्मेदारी को पूरा नहीं कर रहे हैंः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah In Chaibasa)ने सभी वीर आदिवासी नेताओं और महान भूमि को नमन किया. उन्होंने कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि आज मैं यहां चाईबासा में उपस्थित हूं. यहां के वीर जनजातीय नेताओं को मेरे गुजरात समेत पूरा देश सम्मान देता है. उन्होंने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज झारखंड में आदिवासियों की जमीन हड़पने वाले सक्रिय हैं और हेमंत भाई अपनी किसी जिम्मेदारी को पूरा नहीं कर रहे हैं. अपनी वोट बैंक की राजनीति के लिए जो आप कर रहे हो उसके लिए आपको माफी नहीं मिलेगी.
हेमंत सोरेन की सरकार ने झारखंड को तबाह कियाः उन्होंने आगे कहा कि जब भाजपा की सरकार राज्य में थी, तब हमने शिक्षा, रोड, विद्युत हर क्षेत्र में काम किया था. लेकिन हमारे बाद आई हेमंत सोरेन की सरकार ने झारखंड को तबाह कर (Hemant Soren Government Destroyed Jharkhand) दिया. इस राज्य का मुख्यमंत्री तो आदिवासी है, लेकिन आदिवासी विरोधी सरकार है. आज झारखंड में जनजातीय महिलाओं से जबरदस्ती शादी कर उनकी जमीन को हड़पी जा रही है. उन्होंने कहा हेमंत जी, वोटबैंक का लालच जनजातीय हितों से ऊपर नहीं हो सकता. झारखंड की जनता जाग चुकी है और अब ये अन्याय नहीं सहा जाएगा. यहां युवाओं और माताओं-बहनों को धोखा देने का काम किया जा रहा है. खाद्यान्न, रोजगार और शिक्षा के नाम पर धोखा दिया जा रहा है. अगर नौकरियां देने की हिम्मत नहीं है तो कुर्सी खाली कर दो भाजपा झारखंड में नौकरी देने का काम कर देगी. हमने आदिवासी कल्याण के लिए बजट को 86 हजार करोड़ रुपए किया है और एक करोड़ आदिवासी भाइयों के घर में पीने का पानी पहुंचाया है.