चाईबासा: नक्सलियों के खिलाफ चलाये जा रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान एक बार फिर पुलिस जवानों की नक्सलियों से मुठभेड़ हो गयी. सारंडा के छोटानागरा और जराइकेला थाना क्षेत्र के सीमावर्ती जंगली इलाके में नक्सलियों और पुलिस जवानों के साथ यह मुठभेड़ हुई. दोनों तरफ से सैकड़ों राउंड गोलियां चलीं. मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों को भारी पड़ता देख नक्सली जंगलों और पहाड़ों का फायदा उठाकर भाग गये. हालांकि, इस मुठभेड़ में किसी भी ओर से कोई हताहत की खबर नहीं है. पश्चिमी सिंहभूम जिले के पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा है कि नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई है और ऑपरेशन अभी भी जारी है. नक्सलियों का एक कैंप भी ध्वस्त किया गया है.
संयुक्त टीम ने चलाया ऑपरेशन:एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछू, चमन, कांडे, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन अपने दस्ते के सदस्यों के साथ कोल्हान क्षेत्र में विध्वंसक गतिविधियों के लिए भ्रमणशील हैं. जिसके बाद चाईबासा पुलिस, कोबरा, झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ की एक संयुक्त ऑपरेशन टीम बनाई गई है और लगातार ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
एसपी ने बताया कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, पतिराम मांझी उर्फ अनल उर्फ रमेश और असीम मंडल (तीनों सेंट्रल कमेटी सदस्य) के सारंडा इलाके में घूमने की सूचना मिली थी. जिसके बाद मंगलवार से छोटानागरा थाना और जराईकेला थाना के सीमावर्ती जंगलों में संयुक्त अभियान शुरू किया गया. ऑपरेशन के दौरान बुधवार को प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हो गई.