चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम में गुदड़ी थाना क्षेत्र के लोढ़ाई ओपी क्षेत्र अंतर्गत बीहड़ जंगल के बीच बसे एक गांव में डायन के संदेह में मां-बेटे की हत्या की खबर है. मामले की सूचना पर सोमवार को दिनभर पुलिस जंगलों की खाक छानती रही. दिन भर की मशक्कत के बाद भी पुलिस ग्रामीणों से कोई भी जानकारी नहीं हासिल कर सकी. शव बरामद नहीं होने के कारण पुलिस फिलहाल पुष्टि नहीं कर रही है.
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इस हत्या की सूचना के बाद जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ के जवानों की टीम ग्रामीण से बातचीत कर जंगल की खाक छानती रही. सूचना के अनुसार शनिवार शाम अपराधियों ने गांव की एक महिला को डायन के संदेह में पीटकर मार डाला. घटना के चश्मदीद गवाह महिला के बेटे को भी मौत के घाट उतार दिया गया. वहीं, शव को जंगल में कहीं दफना दिया गया है. बताया जा रहा है कि मामले की सच्चाई का पता लगाने के लिए पुलिस गांव गयी थी. ग्रामीण इस मामले में कुछ नहीं बता रहे हैं. ऐसे में पुलिस को जांच में परेशानी हो रही है.
पूरी तरह से नक्सल प्रभावित क्षेत्र
हत्या की खबर पिछले दो दिनों से क्षेत्र में चर्चा विषय बनी हुई है. पुलिस को रविवार शाम यह जानकारी मिली. इसके बाद पुलिस ने गांव के आसपास क्षेत्र में छानबीन की, लेकिन अब तक कोई जानकारी नहीं मिल सकी है.
घटनास्थल गुदड़ी थाना से करीब 30 किमी और लोढ़ाई ओपी से करीब 3 किमी दूर है. यह क्षेत्र पूरी तरह से नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. इसके साथ ही गांव जंगल और पहाड़ियों से घिरा हुआ है. इस कारण पुलिस उच्च सतर्कता बरत कर जांच कर रही है.
लोग खुलकर शिकायत नहीं करते
अंधविश्वास में डायन प्रताड़ना और हत्याकांड के खिलाफ काम करने वाली संस्था के अनुसार, जिले में औसतन हर साल 10-12 लोगों की हत्या डायन के संदेह में होती है. कई मामले दुरुह गांव में होने के कारण सामने नहीं आते हैं. वहीं, डायन प्रताड़ना के आंकड़े इससे पांच गुना ज्यादा होते हैं. लोग ऐसे मामलों में भयवश खुलकर शिकायत नहीं कर पाते हैं.
पुलिस कर रही जांच
पश्चिमी सिंहभूम पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा ने बताया कि इस तरह की जानकारी मिली है. पुलिस इसकी जांच कर रही है. पुलिस की जांच के दौरान ऐसा कोई मामला अब तक फिलहाल सामने नहीं आया है. जांच की जा रही है. शव की बरामदगी के बाद ही कुछ कहना सही होगा.