चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत सियालजोड़ा पंचायत के जोगीनंदा गांव में 11 हजार वोल्ट बिजली की तार के चपेट में आने से एक हथिनी की मौत (Elephant Dies Due to Electric Wire) हो गई. घटना की जानकारी मिलने पर हथिनी को देखने के लिए काफी संख्या में ग्रामीण घटना स्थल पहुंचे.
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11 हजार वोल्ट के बिजली की तार के चपेट में आने से एक हथिनी की मौत
पश्चिमी सिंहभूम जिले के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र में बिजली की तार की चपेट में आने से एक हथिनी की मौत (Elephant Dies Due to Electric Wire) हो गई. घटना जैंतगढ़ वीट के जुगीनंदा वन इलाके के हेसाडीपा गांव के पास की है.
क्या है पूरा मामला: मालूम हो कि आज से नहीं कई साल से यहां बिजली के तार झुलते नजर आ रहें है. लेकिन बिजली विभाग अधिकारी पदाधिकारी इस ओर ना ध्यान देतें है और ध्यान देने की जरूरत समझते है. जिसका खामियाजा मासूम हाथी को भुगतना पड़ा. सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और कार्रवाई में जुट गई. ग्रामीणों के अनुसार बिजली के तार झुके होने के कारण एक मादा हथिनी की चपेट में आने के कारण मौत हो गई. घटना जैंतगढ़ वीट के जुगीनंदा वन इलाके के हेसाडीपा गांव के पास हुई.
हाथियों के लिए कोई एक्शन प्लान नहीं: जानकार बताते हैं कि झारखंड में हाथियों के लिए कोई एक्शन प्लान नहीं बना है. झारखंड के इलाके में मयूरभंज प्रजाति के हाथी मिलते हैं. जिसका कॉरिडोर ओडिशा के मयूरभंज से लेकर पूरे झारखंड में फैला हुआ है. प्रोफेसर डीएस श्रीवास्तव यह भी बताते हैं कि हाथियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान लोग पटाखे आदि का इस्तेमाल करते हैं, कभी कभी वे हाथी के नजदीक चले जाते हैं, जो खतरे का कारण बनता है. प्रोफेसर बताते हैं कि मयूरभंज के हाथी सिंहभूम, सरायकेला, बंगाल के पुरुलिया समेत कई इलाको में फैले हुए हैं.