चाईबासा: प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता बरती जा रही है. इसके चलते राज्य में मास्क की मांग में कई गुना वृद्धि हो गई है. बाजार में मांग के अनुरुप मास्क नहीं मिल रहे हैं. कुछ जगह मास्क की कालाबाजारी की शिकायत भी सामने आई है. हालांकि सरकार इससे इंकार कर रही है.
मास्क की भारी मांग को देखते हुए अब चाईबासा जेल में भी कैदियों द्वारा मास्क बनाए जा रहे हैं. इसका उपयोग जेल के सभी कर्मचारी फिलहाल कर रहे हैं. अभी तक जेल के बंदियों के द्वारा 300 से अधिक मास्क बनाए जा चुके हैं. इसके साथ ही हैंड सैनिटाइजर भी बनाने का प्रयास बंदियों द्वारा किया जा रहा है. हालांकि इससे संबंधित केमिकल या विधि अब तक नहीं मिल सकी है, जिस कारण बंदी हैंड सैनिटाइजर नहीं बना सके हैं.
सैनिटाइजर से संबंधित केमिकल और विधि की उपलब्धता होने के बाद जेल के बंदी भी सैनिटाइजर बना सकेंगे. चाईबासा मंडल कारागार में अभी तक कोई कोरोना वायरस के संक्रमण का केस नहीं आया है, फिर भी एहतियात के तौर पर जेल प्रशासन अपनी पूरी व्यवस्था कर रहा है. जेल परिसर के विस्तारित खंड में स्थित अस्पताल को पूरी तरह से कोरोना वायरस से बचाव के लिए अलग कर रखा गया है.
परिजनों की मुलाकात पर रोक
दिन प्रतिदिन कोरोना वायरस से पीड़ितों की संख्या में बढ़ोतरी देख राज्य सरकार कड़े कदम उठा रही है. इसी के तहत जारी आदेश के बाद पश्चिम सिंहभूम स्थित चाईबासा कारा मंडल में बंद बंदियों से उनके परिजनों की मुलाकात को बंद करने का आदेश निकाला गया है.
यह आदेश कोरोना के संक्रमण का खतरा समाप्त होने तक लागू किया गया है. कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए राज्य सरकार द्वारा जारी आदेश का पालन करते हुए चाईबासा कारा मंडल द्वारा बंदियों से उनके परिजनों की मुलाकात करने पर रोक लगा दी है.
जेल प्रशासन द्वारा विकल्प के रूप में बंदियों से उनके परिजन ई-मुलाकात जारी रखा गया है. परिजन जेल में बंद परिवार के सदस्य से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने नजदीकी प्रज्ञा केंद्र के जरिए ही मुलाकात नियमानुसार कर सकेंगे.