सिमडेगा: जलडेगा प्रखंड के राजस्व ग्राम कोनमेरला अंतर्गत बरकीटांगर गांव का 20 वर्षीय अर्जुन चीक बड़ाइक लॉकडाउन के कारण अपने घर न लौट सका. अर्जुन की मौत की खबर मिलते ही मां सरस्वती देवी और पिता रामकुमार बड़ाइक का रो-रोकर बुरा हाल है. वह गोवा मजदूरी करने गया था.
गोवा में अंतिम संस्कार, नहीं पहुंच सके परिजन
बता दें कि अर्जुन वहां के एक होटल में रहकर काम करता था. परिजनों ने बताया कि बीते कई दिनों से अर्जुन की तबीयत खराब थी. उसका इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा था. वह घर वापस आने के लिए टिकट भी करा चुका था. पर किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. अगले ही दिन ही लॉकडाउन हो गया. जिससे वह घर नहीं आ सका और दिन-प्रतिदिन उसकी हालत बिगड़ती चली गई. जिसके बाद रविवार को उसकी मौत इलाज के दौरान हो गई.
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल