सिमडेगा में अखिल भारतीय रौतिया समाज विकास परिषद का प्रदर्शन सिमडेगा: अखिल भारतीय रौतिया समाज विकास परिषद द्वारा रौतिया जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग को लेकर आवाज बुलंद की गई. रविवार को गांधी मैदान में बापू की प्रतिमा पर माला पहना कर कार्यक्रम की शुरुआत की गयी.
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रौतिया समाज के पदाधिकारियों और भारी संख्या में उपस्थित होकर ग्रामीणों ने जुलूस निकाला. रौतिया समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल करो, केंद्र सरकार, राज्य सरकार होश में आओ, रौतिया जाति का शोषण करना बंद करो का नारा लगाया. रौतिया समाज के लोग रैली की शक्ल में नीचे बाजार, महावीर चौक होते हुए अलबर्ट एक्का स्टेडियम पहुंचे. अलबर्ट एक्का स्टेडियम पहुंच कर सर्वप्रथम स्वतंत्रता सेनानी शहीद बख्तर साय, मुंडल सिंह के समक्ष अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर विधिवत कार्यक्रम की शुरुआत की गई.
रौतिया जाति को अधिकार मिलने तक आंदोलन पूरे देश में होगा- केंद्रीय अध्यक्षः अखिल भारतीय रौतिया समाज विकास परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष लालदेव सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम में हम सभी को यह संकल्प लेने की जरूरत है कि जब तक रौतिया जाति के सभी अधिकार नहीं मिल जाती है तब इस प्रकार के आंदोलन जारी रखना है. उन्होंने कहा कि रौतिया जाति के लोग अनुसूचित जनजाति में शामिल होने की सभी नियमों को पूरा करते है, साथ ही सभी प्रकिया में भी खरा उतरते हैं. इसके बाद भी अभी तक रौतिया जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल नहीं किया गया है जो अत्यंत दुःखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है.
केंद्रीय अध्यक्ष लालदेव सिंह ने कहा कि हम सभी ने भी ठाना है जब तक हमें यह अधिकार नहीं मिल जाता है, तब तक तक लगातार संघर्ष करेंगे. उन्होंने सभी समाज के लोगों से अनुरोध करते हुए कहा कि हमें एकजुट होने की जरूरत है साथ ही शिक्षा को भी और बढ़ावा देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जब तक एक एक व्यक्ति मजबूत नहीं होगा तब तक समाज का विकास नहीं हो पाएगा. इसलिए सभी को आगे आकर समाज के हर गतिविधियां एवं कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आगे आकर कार्य करना है.
विधानसभा और लोकसभा के चुनाव में सभी राजनीतिक पार्टियों का करेंगेः प्रदेश अध्यक्ष रोहित कुमार सिंह ने कहा कि आज का कार्यक्रम करने का उद्देश्य मुख्य रूप से रौतिया जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करवाना, साथ ही रौतिया जाति के गांवों के विकास लिए कार्य करवाना के साथ साथ अनेकों महत्वपूर्ण विषय शामिल है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा से भी रौतिया जाति के लोग नाराज हैं, अनेकों बार छोटी छोटी कार्यों के लिए अनुरोध किया जाता है लेकिन उनका भी समाधान नहीं किया जाता है. साथ ही उन्हें रौतिया जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने का अनेकों बार मांग किया गया लेकिन अभी तक इस पर कोई सकारात्मक कार्य नहीं किया गया, केंद्र सरकार और राज्य सरकार रौतिया जाति को लगातार गुमराह किया जा रहा है.
इसलिए इस बार विधानसभा और लोकसभा के चुनाव में सभी राजनीतिक पार्टियों का विरोध किया जाएगा. साथ ही जहां पर रौतिया जाति के लोग निवास करते हैं उस गांव में किसी भी राजनीतिक पार्टियों को घुसने नहीं दिया जाएगा. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि रौतिया जाति के लोग विधानसभा और लोकसभा के अनेकों सीटों पर जीत पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं इसलिए किसी पार्टी के द्वारा रौतिया जाति को कम नहीं आंकना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब तक रौतिया जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल नहीं किया जाता है, अनेकों राज्य के साथ साथ पूरे देश में आंदोलन किया जाएगा.
अखिल भारतीय रौतिया समाज विकास परिषद के प्रदेश मीडिया सह प्रवक्ता धर्मवीर सिंह ने कहा कि अगर रौतिया जाति की मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो सड़क से सदन तक महाआंदोलन किया जाएगा. साथ ही जब तक हमें अधिकार नहीं मिल जाता है तब यह आंदोलन और संघर्ष जारी रहेगा.