धनबाद/सिमडेगा: ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण (OBC Reservation) दिए जाने की मांग को लेकर बीजेपी का धरना (BJP Protest) झारखंड के कई जिले में देखने को मिला. पिछले दिनों राज्य में कांग्रेस भी कई मौकों पर ओबीसी आरक्षण को लेकर प्रदर्शन कर चुकी है. झारखंड में ओबीसी आरक्षण पर राजनीति (OBC Reservation Politics) जमकर हो रही है. यह मुद्दा झारखंड विधानसभा के सत्र में उठा था.
ये भी पढ़ें-सीएम से मिला कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल, ओबीसी आरक्षण और राज्य के विकास समेत कई मुद्दों पर हुई चर्चा
धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर आज भाजपा कार्यकर्ताओं ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर झारखंड की जनता से वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए एकदिवसीय धरना दिया. धनबाद सांसद पशुपतिनाथ सिंह निवर्तमान महापौर चंद्रशेखर अग्रवाल के साथ साथ भारी संख्या में भाजपाई इस धरना में मौजूद रहे.
आपको बता दें कि काफी संख्या में आज जिले के रणधीर वर्मा चौक पर भाजपा कार्यकर्ता के साथ-साथ भाजपा सांसद और निवर्तमान महापौर ने एकदिवसीय धरना दिया और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार ने झारखंड की जनता के साथ जो वादा किया था 2 साल बीत जाने के बाद भी उन्होंने एक भी वादे को पूरा नहीं किया है. उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता को बरगलाने का काम मुख्यमंत्री बंद करें और जनता से किए गए अपने वादे को जल्द से जल्द पूरा करें. उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के समय ओबीसी में आरक्षण देने की बात कही थी. सरकार ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण की मांग को जल्द से जल्द पूरा करे अन्यथा आगे भाजपा जोरदार आंदोलन करने को बाध्य होगी.
सिमडेगा में भी ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर बीजेपी का धरना और प्रदर्शन (BJP Protest) जारी रहा. एक बार फिर झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष व राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आरक्षण के मुद्दे पर भाजपा घेरने के मूड में है. भारतीय जनता पार्टी के सिमडेगा इकाई ने शहर के कचहरी परिसर के समीप एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के सभी मोर्चा के पदाधिकारी ने उपस्थित होकर हेमंत सोरेन के विरुद्ध अपना विरोध जताया.
भाजपाइयों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ओबीसी वर्ग का दुश्मन बताया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पूर्व में ही पिछड़ी जातियों के लिए आरक्षण का प्रावधान कर रखा है. बावजूद राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस मामले पर ढुलमुल रवैया अपना रहे हैं. जो कि ठीक नहीं है. पिछड़ी जाति में कई ऐसे युवा हैं जिन्हें आरक्षण का लाभ मिलने पर नौकरियां मिल सकेगी. साथ ही जरूरतमंद लोगों को योजनाओं का लाभ मिल पाएगा. इस मामले पर भाजपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मण बड़ाईक ने कहा कि झामुमो की सहयोगी पार्टी कांग्रेस भी पिछड़ी जाति को 27% आरक्षण दिए जाने की मांग मुख्यमंत्री से कर चुकी है. जब मुख्यमंत्री अपनी सहयोगी पार्टी के विधायकों की नहीं सुनते हैं, तो राज्य की जनता का कितना भला कर सकेंगे.