सिमडेगाः नाबालिग लड़की हरियाणा के करनाल से किसी तरह अपनी जान बचाकर भागती हुई शुक्रवार को सिमडेगा पहुंची. सिमडेगा पहुंचते ही इस बच्ची ने सीडब्ल्यूसी की पूर्व अध्यक्ष किरण चौधरी से फोन पर बात कर मदद की गुहार लगाई. जिसके बाद बच्ची किसी प्रकार सीडब्ल्यूसी की ऑफिस पहुंची.
इसे भी पढ़ें- मानव तस्करी की बेड़ी से 12 साल बाद मिली आजादी, नेपाल से एयरलिफ्ट हुई झारखंड की बेटी, सीएम की पहल का असर
लड़की की स्थिति इतनी खराब हो चुकी थी कि वो अपने पैरों पर खड़ी होने में भी असमर्थ थी. लड़की की हालत खराब होता देख पूर्व अध्यक्ष ने अविलंब एएचटीयू थाना को फोन कर जानकारी दी और उनके सहयोग से किसी प्रकार लड़की को सदर अस्पताल पहुंचाया, साथ ही उस लड़की का इलाज अपनी देखरेख में करवाया.
स्थिति थोड़ी सामान्य होने पर लड़की अपनी तकलीफ बयां करते हुए कहते हैं कि जब वह अपने घर पर थी. उसके नंबर पर सहयोग विलेज मतरामेटा में काम करने वाला एक ऑटो ड्राइवर फोन किया करता था. साल 2015-16 में होम में रहने के दौरान से वो उस लड़के को जानती है, जो उसे और होम की अन्य लड़कियों को स्कूल लाना और ले जाना किया करता था. उसने पैसे वाले के घर शादी करवाने और अच्छी जिंदगी का लालच दिया, जिससे वो उसके झांसे में आ गई.
इस सदमे के कारण लड़की ऑटो ड्राइवर का नाम नहीं बता सकी, पर कहती है कि वो देखने पर उसे पहचान जाएगी. लड़की बताती है कि बीते 1 जुलाई 2021 को वह अपने घर से कपड़ा लेकर निकली थी. जिसके पश्चात ऑटो ड्राइवर उसे लेकर केलाघाघ मोड़ के समीप कुलदीप नाम के युवक को बाइक और उसे सौंप दिया. जिसके बाद कुलदीप उसे ले जाकर मतरामेटा स्थित अपने घर के कमरे में बंद कर दिया, जहां पर उसके साथ दुष्कर्म किया गया. दो दिन बाद उसे लेकर हरियाणा के करनाल लेकर चला गया. हरियाणा पहुंचने पर कुलदीप नामक युवक ने उसके साथ जबरदस्ती शादी की, फिर उसे दूसरे के हाथों में बेचकर वापस चला लौट गया.