सिमडेगा: विभिन्न प्रखंडों में विधिक सेवा सह सशक्तिकरण शिविर का आयोजन, डीसी ने किया संबोधन
सिमडेगा जिला के विभिन्न प्रखंडों में विधिक सेवा सह सशक्तिकरण शिविर का आयोजन किया गया. जहां डीसी सुशांत गौरव ने सशक्तिकरण शिविर में उपस्थित लोगों को संबोधित किया और कहा आप अपने अधिकारों को सही से जानें.
सिमडेगा:जिले के विभिन्न प्रखंडों में विधिक सेवा सशक्तिकरण शिविर का आयोजन किया गया. जिला मुख्यालय स्थित मुख्य कार्यक्रम प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश कुमार कमल और उपायुक्त सुशांत गौरव ने शिविर के उद्देश्यों से लोगों को अवगत कराया. उन्होंने कहा कि अपने अधिकारों को जाने और जागरूक होकर उसका लाभ उठाएं. साथ ही इस दौरान परिसंपत्तियों का भी वितरण किया गया.
विधिक सेवा सह सशक्तिकरण शिविर का आयोजन
झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, रांची के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार, सिमडेगा के तत्वाधान में जिला प्रशासन सिमडेगा के सहयोग से आज जिले के प्रखंड जलडेगा, पाकरटांड़, बांसजोर, कोलेबिरा, बानो, सिमडेगा, कुरडेग, बोलबा और केरसई कार्यालय परिसर में विधिक सेवा-सह-सशक्तिकरण शिविर का आयोजन हुआ. प्रधान जिला जज कुमार कमल ने कहा कि आयोजन का मुख्य उद्देश्य लोगों के बीच में सरकार की योजनाओं, झारखंड विधि प्राधिकार से संबंधित योजनाओं को लाभुकों तक पहुंचाना है. उसी के तहत शनिवार को कैंप का आयोजन किया गया.
सशक्तिकरण शिविर के माध्यम से दी जानकारी
पीडीजे ने कहा कि सिमडेगा एक अग्रणी जिले के रूप में ऐसे कार्याें को हमेशा करते आया है. समाज के हर व्यक्ति के पास सरकार की योजनाओं के साथ न्यायालय से संबंधित जानकारी मिले और लोग उसका लाभ उठाएं. यही उनका उद्देश्य है. सशक्तिकरण शिविर के माध्यम से दी जा रही जानकारियों को अपने तक सीमित न रखें. इसे समाज के हर वर्ग के व्यक्ति तक पहुंचाने का कार्य करें. आपके प्रयास से पूरा गांव जागरूक हो अपने अधिकार को जाने और बताए. यह आपका अधिकार है और अधिकार को आखिरी व्यक्ति तक लोगों को पहुंचाने का प्रयास करते रहने की बात कही. मानव तस्करी, डायन बिसाही जैसे मामले में मुफ्त न्यायिक सेवा एवं सहयोग देने का प्रावधान है. सिविल कोर्ट के विधिक सेवा प्राधिकार में किसी भी तरह की निशुल्क न्यायिक सेवा और परामर्श के लिए आ सकते हैं. समाज में अच्छा वातावरण बनाने के लिए सभी को आगे आना होगा. न्यायालय की तरफ से छोटे-छोटे मामले का दोनों पक्षों के साथ मिलकर, न्यायालय की मध्यस्थता केंद्र में सुलह कराने का भी कार्य किया जाता है.
गोल्डन कार्ड का वितरण
उपायुक्त सुशांत गौरव ने सशक्तिकरण शिविर में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आप अपने अधिकारों को जाने. सदर प्रखंड कार्यालय के अधिष्ठापित एसटी/एसटी अधिनियम से संबंधित फ्लैक्स की ओर इंगित करते हुए बताया कि किसी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति महिला, पुरूष के साथ गलत होता है. इसकी संपूर्ण जानकारी इसमें दी गई है. सशक्तिकरण शिविर के माध्यम से परिसम्पतियों का वितरण किया गया. मुख्यमंत्री सुकन्या योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, दिव्यांग लाभार्थियों के बीच ट्राई साइकिल, व्हील चेयर का वितरण किया गया. आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत गोल्डन कार्ड का वितरण किया गया. बाबा साहब भीम राव अंबेडकर आवास, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास का स्वीकृति पत्र का वितरण किया गया. ग्रीन कार्ड का वितरण किया गया. दीदी बाड़ी योजना के तहत सखी मंडल की महिलाओं को पालक, करेला, मूली, गाजर, भिंडी, मिर्च, बैंगन और कदू का बीज वितरण किया गया. गोदभराई और अन्नप्रासन्न का भी रस्म किया गया. पीडीजे कुमार कमल और उपायुक्त सुशांत गौरव ने प्रखंड विकास पदाधिकारी कुरडेग की तरफ से स्वयं से अपने आवास में दीदी बाड़ी योजना के तहत पौष्टीक आहार खेती को देख प्रसन्नता जताई.
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ट्राई साइकिल वितरण
सदर प्रखंड में विकलांग आलमा किड़ों को ट्राई साइकिल वितरण के दौरान उपायुक्त ने उससे पढ़ाई के बारे में जानकारी प्राप्त की. उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को सर्व शिक्षा अभियान के तहत ऐसे व्यक्तियों को स्कूल तक ले जाने और ले आने वाले व्यक्ति को दिए जाने वाले राशि के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार कराने की बात कही. साथ ही आलमा किड़ों को विद्यालय में नामांकन कराने का निर्देश दिया.
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उपायुक्त सुशांत गौरव