सिमडेगा: संयुक्त कृषि निदेशक रांची डाॅ. सुभाष सिंह की अध्यक्षता में आत्मा शासकीय निकाय (जीबी) की बैठक हुई. इस बैठक में जिले के किसानों को सरकारी योजनाओं से आच्छादित करने पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई. किसानों का ज्यादा से ज्यादा आमदनी बढ़े और किसान आर्थिक रूप से सशक्त बने. इस उद्देश्य के साथ तकनीकी विधि से कृषि को बढ़ावा देने की बात कही गई.
बताया गया कि भारत सरकार की महत्वकांक्षी योजना इस बार सरसों उत्पाद की है. जिले को 200 क्विंटल बीज प्राप्त है. जिसे नीचे तबके के किसानों के बीच वितरित किया जाना है. किसानों के चयन के समय सिंचाई की भी सुविधा हो, इसका आकलन करने की बात कही. सरसों की खेती करने से अपने देश में ही पर्याप्त मात्रा में सरसों के तेल का उत्पादन होगा, बाहर देशों से नहीं लेना पड़ेगा.
सिमडेगा में आत्मा शासकीय निकाय की बैठक, किसानों के लिए सरकारी योजनाओं पर हुई चर्चा
सिमडेगा में आत्मा शासकीय निकाय की बैठक हुई. इस दौरान जिले के किसानों को सरकारी योजनाओं से आच्छादित करने को लेकर चर्चा की गई. जिससे किसानों का ज्यादा से ज्यादा आमदनी बढ़े और आत्मनिर्भर बनें.
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इसके अलावा मिनी किट में लगभग 46 क्विंटल बीज अलग से मिला है. इसे दो-दो किलो का पैकेट बनाकर किसानों के बीच वितरण किया जाएगा. इससे जिला के 2,989 किसान आच्छादित होंगे. एक पैकेट से डेढ़ एकड़ में खेती विधिनुसार की जा सकती है. एनएफएसएम योजना के अंतर्गत चना 93.6 क्विंटल प्राप्त है. वैज्ञानिक विधि से लगाने से जिला के किसान दलहन में भी आत्मनिर्भर होंगे. मसूर बीज 14 क्विंटल दिया जा रहा है. इसके साथ ही बताया कि मसूर का वितरण निःशुल्क किया जाना है. बीजीआरआई योजना के तहत गेहूं 406 क्विंटल नि:शुल्क दिया जाएगा. जिससे किसान आगे आकर योजना का लाभ उठा सकेगें.