सिमडेगा:जिले में एक बार फिर सरकारी अव्यवस्था ने सर्पदंश से पीड़ित 3 मासूमों की जान ले ली है. उक्त मामला ठेठईटांगर के ताराबोगा पंचायत के कंदाबेड़ा गौरी डूबा गांव का है, जहां बीती रात सर्पदंश से 3 मासूम बच्ची की मौत हो गई. इनमें गौरीडुबा की एडलिन एक्का 8 वर्ष, कंदाबेड़ा की अंकिता लकड़ा और हर्षिता लकड़ा शामिल है.
क्या कहते हैं परिजन
परिजनों ने बताया कि रविवार रात करीब 9:00 बजे सो रही तीन बच्ची एडमिन एक्का, अंकिता लकड़ा और हर्षिता लकड़ा को एक जहरीले सांप ने डंस लिया, जिसके बाद ग्रामीण करीब 2 घंटे तक 108 एंबुलेंस सेवा को फोन लगाने की भरपूर कोशिश करते रहे. लेकिन नेटवर्क की असुविधा के कारण वो किसी से मदद की गुहार नहीं लगा सके. घने जंगलों और जंगली हाथियों के आतंक से भयभीत होने के कारण वे घरों में ही रहने को विवश हुए और अपने बच्चों को तिल-तिल कर मौत के मुंह में जाते हुए देखते रहे.
कंधे पर उठाकर ले गए अस्पताल
सूरज की फूटती किरणों के साथ ग्रामीण खटिया में बच्चियों को लेकर करीब 2 किलोमीटर और फिर कंधे पर उठाकर मजबूर माता-पिता करीब 5 किलोमीटर पथरीले पहाड़ी रास्तों से होते हुए सड़क तक पहुंचते हैं, जिसके बाद इन बच्चों को रेफरल अस्पताल ठेठईटांगर ले जाया गए. लेकिन बच्चियों को बचाया ना जा सका.