सरायकेला: आदिवासी कल्याण मंत्रालय द्वारा राज्य के सभी 5 प्रमंडल में ओबीसी आवासीय विद्यालय की स्थापना की जा रही है. ताकि सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र के पिछड़ों को भी मॉडल स्कूल की तरह शिक्षा प्राप्त हो सके. यह बातें राज्य के आदिवासी कल्याण मंत्री चंपई सोरेन ने गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत नुवागढ़ में ओबीसी आवासीय विद्यालय भूमि पूजन (Champai Soren do land worship for OBC residential school) कार्यक्रम के मौके पर कही.
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ओबीसी आवासीय विद्यालय की स्थापना : भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होते हुए मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि झारखंड सरकार राज्य के सभी पांचो प्रमंडल में ओबीसी आवासीय विद्यालय की स्थापना कर रही है. जिसकी शुरुआत आज गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत नुवागढ़ से हुई है. मंत्री ने कहा कि पिछड़ी जाति के छात्रों को शहरी निजी विद्यालयों के तर्ज पर शिक्षा प्रदान करना सरकार की प्राथमिकता है. जिसके तहत इन विद्यालयों का निर्माण होगा. मंत्री ने कहा कि आदिवासी छात्रों के लिए एकलव्य विद्यालय मॉडल स्कूल के तर्ज पर ही इन स्कूलों का निर्माण होगा.
सरायकेला: राज्य के पहले ओबीसी आवासीय विद्यालय का भूमिपूजन, पिछड़ों को मिलेगी अच्छी शिक्षा
झारखंड के सभी पांच प्रमंडलों में ओबीसी आवासीय विद्यालय की स्थापना की जा रही है. जिसकी शुरुआत गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत नुवागढ़ से हुई. जहां मंत्री चंपई सोरेन ने ओबीसी आवासीय विद्यालय भूमि पूजन (Champai Soren do land worship for OBC residential school) की. इसके निर्माण में कुल 13 करोड़ की लागत लगेगी.
OBC residential school
13 करोड़ की लागत से बनेगा विद्यालय भवन:आदिवासी कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रस्तावित ओबीसी आवासीय विद्यालय निर्माण में कुल 13 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक विद्यालय भवन का निर्माण होगा. जिसमें क्लासरूम, लाइब्रेरी, लैब, हॉस्टल मेस, खेल का मैदान, इनडोर एक्टिविटी रूम आदि बनेंगे. इस मौके पर मंत्री चंपई सोरेन के साथ प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष सीके गोराई समेत बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण भी मौजूद थे.