सरायकेला: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के सभी उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को सख्त निर्देश दिया कि अवैध उत्खनन पर सख्त कार्रवाई करें. किसी जिले में अवैध बालू या पत्थर खनन नहीं होना चाहिए. लेकिन सरायकेला में बालू माफिया जिला और पुलिस प्रशासन को ठेंगा दिखा रहा है. स्थिति यह है कि बालू माफिया धड़ल्ले से अवैध खनन कर रहा है, जिसे रोकने में पुलिस प्रशासन नाकाम है.
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आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र स्थित खरकई नदी में पिछले एक पखवाड़े के बाद फिर से अवैध खनन शुरू हो गया है. वार्ड संख्या 17 स्थित सेंट्रल पब्लिक स्कूल के पास आवास बोर्ड के खाली भूखंड को बालू माफियाओं ने स्टॉक यार्ड में तब्दील कर दिया है. बालू का अवैध धंधा देर रात शुरू होता है. लेकिन इन बालू माफियाओं पर पुलिस की नजर नहीं है.
बताया जा रहा है कि अवैध बालू खनन में एक दो माफिया नहीं है, बल्कि कई माफिया एक साथ काम करते है. बालू माफिया ऊंची कीमतों पर बालू बेचता है, जिसका नुकसान लोगों को भुगतना पड़ता है. पिछले दिनों पुलिस प्रशासन की ओर से अभियान चलाया गया तो कुछ दिनों के लिए अवैध खनन रुक गया. लेकिन फिर से माफिया सक्रिय हैं, जिसे रोकने में स्थानीय पुलिस विफल है. इतना ही नहीं, आदित्यपुर नगर निगम के वार्ड 17 जयप्रकाश उद्यान नदी तट से बड़े सिंडिकेट चलाकर फिर से बालू खनन शुरू किया गया है.
मुख्यमंत्री के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग खत्म होने के महज कुछ ही घंटों बाद बालू माफिया सक्रिय हो गए और देर रात से अवैध खनन शुरू कर दिया. गुरुवार रात 9:30 बजे और शुक्रवार सुबह 10:00 जब इस मुद्दे पर सरायकेला एसपी आनंद प्रकाश से संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया. वहीं, एसडीपीओ हरविंदर सिंह ने कहा कि मामले की जांच कर कार्रवाई करेंगे. बता दें कि 2 दिन पहले ही आईजी पंकज कंबोज ने वरीय अधिकारियों को बेहतर पुलिसिंग को लेकर दिशा निर्देश दिए थे.