सरायकेला: स्वर्णरेखा परियोजना के तहत विस्थापित परिवार के बच्चों को तकनीकी और उच्च शिक्षा के तहत शिक्षा अनुदान राशि दिए जाने का प्रावधान है. लेकिन वर्षों बीत जाने के बाद भी किसी भी विस्थापित को यह अनुदान राशि नहीं दी गई है. विभागीय मंत्री के आदेश की भी अधिकारी अवहेलना कर रहे हैं.
नहीं मिल रही अनुदान राशि
स्वर्णरेखा परियोजना से पूर्व में ही विस्थापित लोगों के बच्चों के तकनीकी और उच्च शिक्षा के तहत दो लाख तक अनुदान राशि दिए जाने का प्रावधान है. तकरीबन 5 साल पहले ही परियोजना के तहत अनुदान राशि दिए जाने से संबंधित आदेश जारी किए गए थे. लेकिन अब भी ऐसे कई विस्थापित हैं जो तकनीकी शिक्षा हासिल कर रहे हैं और उन्हें यह अनुदान राशि मुहैया नहीं कराई गई है. जबकि दूर-दराज के क्षेत्रों से आने वाले विस्थापितों के बच्चे रोजाना स्वर्णरेखा परियोजना के प्रशासक कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं.
अनुदान राशि का है प्रावधान
परियोजना से विस्थापित लोगों और उनके बच्चों को तकनीकी शिक्षा में सहयोग प्रदान करने के उद्देश्य से विभागीय स्तर पर तकरीबन 5 साल पूर्व इस बात का निर्णय लिया गया था. आईटीआई की शिक्षा ग्रहण कर रहे विस्थापित छात्रों को एक लाख और बीटेक करने वाले छात्रों को दो लाख तक अनुदान राशि उपलब्ध कराई जाएगी. नियम पारित होने के बाद भी विभागीय अधिकारियों की लापरवाही और अनदेखी के कारण इसका खामियाजा छात्र भुगत रहे हैं.