सरायकेला: जिले के चांडिल डैम के दो पिलरों में आई दरार की जांच करने के लिये नई दिल्ली से सेंट्रल सॉइल एंड मेटेरियल रिसर्च स्टेशन के पांच सदस्यीय वैज्ञानिकों की टीम चांडिल डैम पहुंची. जहां उन्होंने दरार की जांच की.
सरायकेला: चांडिल डैम के पिलर में आई दरार, दिल्ली से आई टीम ने किया निरीक्षण
सरायकेला के चांडिल डैम के दो पिलरों में आई दरार की जांच करने के लिये नई दिल्ली से सेंट्रल सॉइल एंड मेटेरियल रिसर्च स्टेशन के पांच सदस्यीय वैज्ञानिकों की टीम चांडिल डैम पहुंची. टीम ने दोनों में आई दरार की बारीकी से जांच की चौड़ाई मापने के लिए सीएसएमआरएस में निर्मित थ्रीडी और टूडी क्रेक मॉनिटर मापक यंत्र लगाया.
क्रेक मॉनिटर मापक यंत्र की ली जा रही है मदद
टीम में वैज्ञानिक आरएस सेहरा, वैज्ञानिक डॉ आरपी पाठक, अनुसंधान सहायक विपिन कुमार, मैकेनिक उमेश कुमार और लैब सहायक अनिल वशिष्ठ शामिल थे. इसके अलावे जांच के दौरान चांडिल के जलसंसाधन विभाग के कनीय अभियंता प्रदीप कुमार भी मौजूद थे. टीम ने दोनों में आई दरार की बारीकी से जांच की और क्रेक की चौड़ाई मापने के लिए सीएसएमआरएस में निर्मित थ्री डी और टु डी क्रेक मॉनिटर मापक यंत्र लगाया. जो डैम में आई दरार की चौड़ाई बढ़ रही है या नहीं इसका पता लगाएगी. इसके अलावे टीम ने डैम के गैलरी और पिलर में रेन्फोर्समेंट बार में जंग की स्थिति को जांचने के लिए यंत्र की मदद ली. विगत वर्ष 2018 को चांडिल डैम में पिलर में दरार आने के मामले के बाद डैम सेफ्टी पैनल और केंद्रीय जल नीति आयोग की टीम चांडिल डैम पहुंची थी और डैम में आई दरार की जांच की थी.