साहिबगंजः राजमहल की पहाड़ियों में विरासत के कई राज दफन हैं. इसका जिक्र इतिहास के पन्नो में भी मिलता है. ऐसा ही एक रहस्य कटघर गांव के तालाब से जुड़ा है. इस तालाब में चावल, गेहूं, दाल, मटर जैसे कई अनाज पत्थर के मिलते हैं. चौंकिए नहीं ये पूरी खबर देखिए फिर आप को भी यकीन हो जाएगा.
साहिबगंज जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर राजमहल प्रखंड के कटघर गांव में एक छोटा सा तालाब है. इस तालाब में चावल, गेहूं, चना, दाल और मटर जैसे अनाज पत्थर के रूप में मिलते हैं. इसे लेकर यहां कई किवदंतियां मशहूर हैं. लोगों की मानें तो एक साधू के श्राप की वजह से राजा का सारा अन्न-धन पत्थर का हो गया था जो आज भी तालाब से निकलता रहता है. गांव के निवासी अपने बच्चो की मदद से इस तालाब में गोता लगवाकर अनाज का पत्थर निकाल आने वाले पर्यटकों को 200 से 300 रु में बेचते हैं. इससे वो बच्चों का भरण पोषन करते हैं.
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