साहिबगंज: दिवंगत जैप 5 के जवान दयानंद मंडल का पार्थिव शरीर साहिबगंज स्थित पैतृक गांव नाढ़ी दियारा रविवार की सुबह सात बजे (Dead Body Of JAP Jawan Reached Sahibganj) लाया गया. देवघर से पांच जैप 5 के जवान शव लेकर साहिबगंज पहुंचे थे. अपने बेटे के शव को देखकर पिता शिव नारायण मंडल समेत पूरा परिवार दहाड़ मार कर रोने लगा. वहीं अंतिम दर्शन के लिए आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई.अंतिम दर्शन के पश्चात मृत जवान की शव यात्रा निकाली गई. इसमें परिवार के सदस्यों समेत काफी संख्या में ग्रामीण शामिल थे. विभिन्न मार्गों से होते हुए शव यात्रा नाढ़ी दियारा नदी पहुंची जहां शव का अंतिम संस्कार किया गया.
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बड़ी बेटी ने पिता को दी मुखाग्निःजहां पहुंच कर जवान की बड़ी बेटी नेहा कुमारी ने पिता को विधिवत मुखाग्नि दी (JAP 5 Jawan Funeral In Sahibganj). साथ में छोटी बेटी बबली भी साथ थी. इस दौरान दोनों बेटी फूट-फूट कर पापा-पापा कह कर रो रही थी. छोटी बेटी बार-बार कहती थी कि पापा बोले थे कि छुट्टी में जब आएंगे तो खिलौने लेकर आएंगे. दोनों बेटी को स्वजन चुप करा कर दिलासा देते रहे.
रांची में शनिवार को दी गई थी सलामीः साहिबगंज शव पहुंचने से पूर्व रांची में शनिवार को सलामी दी गई. शनिवार की दोपहर उनका पार्थिव शरीर रांची से देवघर यूनिट लाया गया. यहां स्काउट के साथ रात 11 बजे जैप के जवानों ने सड़क मार्ग होते साहिबगंज रविवार की सुबह सात बजे पैतृक गांव तक पार्थिव शरीर लाया गया.
बूढ़े माता-पिता और जवान की पत्नी का रो-रोकर बुरा हालः जवान दयानंद मंडल की मौत के बाद उसकी पत्नी लक्ष्मी कुमारी, बूढ़े मां-बाप सहित रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल है. उनके घर पर आस-पड़ोस के लोगों की कतार लगी हुई थी. लोग परिजनों को सांत्वना देने में लगे हुए थे.
दयानंद अंतिम बार छठ पूजा के बाद घर आया थाःजवान दयानंद मंडल अंतिम बार छठ पूजा के बाद एक बार घर आया था. छुट्टी के बाद वह फिर ड्यूटी पर चला गया था. दयानंद पांच भाईयों में चौथे नंबर में था. सबसे छोटे भाई ब्रजकिशोर की वर्ष 2016 में ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई थी. सबसे बड़ा भाई राधाकांत मंडल एमपीडब्लू है. मंझला भाई विजय मंडल खेती-बारी करता है.
बड़े भाई ने की शहीद का दर्जा देने की मांगः इस मौके पर दिवंगत जवान दयानंद के बड़े भाई राधाकांत मंडल ने कहा कि हमारा तो परिवार ही उजड़ गया. चार साल पहले छोटे भाई की मौत हो गई थी. अब दयानंद चला गया. कहा कि ड्यूटी के दौरान मौत हुई है. उन्होंने दयानंद को शहीद का दर्जा देने की मांग सरकार से (Demand For Martyr Status) की है. साथ ही आश्रित को नौकरी देने की मांग की है. अनाथ दोनों बेटी की पढ़ई और शादी के लिए भी सरकार से खर्च देने की मांग की है.
22 दिसंबर की शाम बाइक के धक्के से घायल हो गए थे दयानंद मंडलः 22 दिसंबर की शाम कोडरमा थाना क्षेत्र के सतकठिया पुल (एनएच 31) के पास ड्यूटी में तैनात दयानंद को नशे में धुत जिला पुलिस के जवान ने मोटरसाइकिल से घक्का मार दिया (JAP 9 Jawan Killed In Road Accident) था. जिससे उनका सिर फट गया. कोडरमा जिला के अस्पताल के डॉक्टर ने अधिक रक्त स्राव होते देख उसे रेफर कर दिया था. इसके बाद उन्हें रांची के मेडिका में भर्ती कराया गया था. जहां शक्रवार की शाम को करीब 5:55 में उन्होंने अंतिम सांस ली.