साहिबगंजः रांगा थाना क्षेत्र के आमझोर निवासी फ्रांसिस सोरेन हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. शराब पीने के बाद विवाद दोस्तों ने अपने दोस्त की हत्या कर दी. इस हत्या में शामिल चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इसमें पोलूस मुर्मू, रामू सोरेन, मंडल हांसदा और कुशल टुडू है. यह जानकारी मंगलवार को एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस वार्ता में दी.
दोस्तों ने कर दी अपने दोस्त की हत्याः शराब पीने के बाद चारों में हुआ था विवाद
साहिबगंज में शराब पीने के बाद विवाद (Dispute After Drinking Alcohol) दोस्तों ने अपने दोस्त की हत्या कर (Friends Killed His Friend) दी. पुलिस ने फ्रांसिस सोरेन हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि उसके दोस्तों ने ही फ्रांसिस की जान ली थी.
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एसपी ने बताया कि 6 नवंबर को फ्रांसिस सोरेन फुटबॉल मैच देखने कुंवरपुर स्थित फुटबॉल मैदान गया था. वहां परिचित लोगों के साथ मैच के बाद शराब भी पीया. फ्रांसिस के शराब पीने के दौरान वहां बैठे लोगों से मामूली कहासुनी हुई फिर बात बढ़ गयी. इसी क्रम में चार दोस्तों ने मिलकर फ्रांसिस की हत्या कर दी. उसके बाद शव को फुटबॉल मैदान के निकट झाड़ी में ही फेंक दिया. घटना के लगभग पांच दिन के बाद उनके चाचा रघु सोरेन ने 11 नवंबर को थाना में फ्रांसिस के गायब होने की सूचना दी और हत्या की आशंका जतायी. उसके बयान पर मामला दर्ज कर पुलिस ने छानबीन शुरू की.
फ्रांसिस के चाचा ने पोलूस मुर्मू पर हत्या का आरोप लगाया था. इसके बाद बरहड़वा एसडीपीओ प्रदीप उरांव के नेतृत्व में एक टीम गठित कर छानबीन शुरू की गयी. सूचना मिली कि पोलूस मुर्मू किसी जगह पर छुपा हुआ है. पुलिस ने छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया. उसकी निशानदेही पर ही घटना में शामिल रामू सोरेन, मंडल हांसदा और कुशल टुडू को भी गिरफ्तार किया गया. रामू सोरेन पाकुड़ जिला के हिरणपुर थाना क्षेत्र के पाडरकोला का रहनेवाला है. पोलूस मुर्मू अमझोर का तो मंडल हांसदा और कुशल टुडू कल्याणपुर गांव के रहने वाले हैं. सभी आरोपितों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर लिया है. इस मौके पर बरहड़वा एसडीपीओ प्रदीप उरांव, इंस्पेक्टर कुलदीप कुमार और रांगा थाना प्रभारी अमन कुमार भी मौजूद रहे.