साहिबगंज:आर्म्स एक्ट में साहिबगंज मंडल कारा में बंद विजय हांसदा से एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा, एसडीपीओ राजेंद्र दुबे ने 2 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ (Questioning of Vijay Hansda in Arms Act) की. हांसदा की शिकायत पर पंकज मिश्रा समेत आठ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी (FIR Registered Against Pankaj Mishra and Eight Others) दर्ज कर ली गई है.
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हांसदा सेपूछताछ 2 घंटे चली:शुक्रवार को ईडी ने साहिबगंज में बंद विजय हांसदा से पूछताछ की थी. उसके बाद कोर्ट से अनुमति लेने के बाद पुलिस कप्तान और सदर एसडीपीओ राजेंद्र दुबे ने आर्म्स एक्ट में जेल में बंद विजय हांसदा से पूछताछ की. एसपी ने करीब 2 घंटे तक विजय हांसदा से पूछताछ की. हांसदा की शिकायत पर पंकज मिश्रा समेत आठ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है.
पंकज मिश्रा सहित आठ के खिलाफ केस दर्ज:बताते चलें कि नींबू पहाड़ पर अवैध खनन मामले में शिकायतकर्ता विजय हांसदा द्वारा कोर्ट में अपनी शिकायत पर कायम रहने का आवेदन देने और पुलिस पर धोखाधड़ी का गंभीर आरोप लगाने के बाद आखिरकार साहिबगंज एसटी एससी थाने में पंकज मिश्रा सहित आठ खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. मामले में जयप्रकाश नगर निवासी विष्णु यादव और पवित्र कुमार यादव, शोभनपुर भट्टा निवासी राजेश यादव, संजय कुमार यादव, रामपुर करारा निवासी बच्चू यादव, संजय यादव और मंगलहाट निवासी सुमेश मंडल आरोपित बनाए गए हैं.
क्या है मामला:विजय हांसदा ने 30 जून को साहिबगंज में एडीजे वन की अदालत में नींबू पहाड़ पर हो रहे अवैध पत्थर खनन को लेकर शिकायतवाद दर्ज कराया था. कोर्ट ने उसे दर्ज करने के लिए थाना को भेजा था. लेकिन अब तक मामला दर्ज नहीं हुआ था. इस बीच पुलिस ने विजय हांसदा के आवेदन को आधार बनाकर केस वापस लेने का घोषणा कर दी थी. विजय हांसदा द्वारा कोर्ट में पुलिस को झूठा ठहराने के बाद मामले में नया मोड़ आया और एसटी- एससी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई.
विजय हांसदा ने पूर्व में मई में ऑनलाइन शिकायत भी की थी. इसमें कहा था कि मेरे गांव के बगल में इसी झगडू चौकी के नजदीक नींबू पहाड़ है. यहां दो ढाई साल से पत्थर माफिया अवैध खनन कर रहे हैं. इसमें अवैध विस्फोटक का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस कारण वहां का प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है. गांव में रहना मुश्किल हो गया है. विजय हांसदा का आरोप है कि इस शिकायत को लेकर आरोपी 2 मई 2022 को नींबू पहाड़ गए और उसके साथ गाली गलौज की. जाति सूचक शब्द का प्रयोग किया. विरोध करने पर मारपीट की. इसी तरह अपने साथियों के साथ बंदूक के बट से मारपीट और फायरिंग भी की.