साहिबगंज: बरहेट विधायक हेमंत सोरेन के झारखंड का मुख्यमंत्री बनने से यहां के लोगों में आकांक्षाएं बढ़ गयी हैं. यहां का आदिवासी समाज आज भी मूलभूत सुविधा से महरूम है. आज भी यह समाज पोखर, तालाब के भरोसे है. इन बस्तियों में मुश्किल से एक या दो चापाकल नजर आते हैं, वह भी स्कूल के पास.
बरहेटवासियों में खुशी
बरहेट के विधायक हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने पर बरहेटवासियों में खुशी की लहर है. यहां के लोगों की अपेक्षाएं बढ़ी हैं, कि इस बार उन्हें पानी की किल्लत की समस्या से निजात मिलेगी. स्थानीय लोगों का कहना है कि तालाब या पोखर ही पानी पीने या स्नान करने का एकमात्र साधन है. किसी गांव में एक चापाकल है, जिससे काफी परेशानी होती है. यहां के गांवों में सड़क और बिजली की समस्या जस की तस बनी हुई है.