साहिबगंज: कोरोना जैसी महामारी में कोविड मरीज को सबसे जरूरी ऑक्सीजन के साथ-साथ सीटी स्कैन की भी बहुत जरूरत पड़ रही है. क्योंकि किसी भी मरीज के लंग्स यदि संक्रमित हो जाता है, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर की ओर से सीटी स्कैन करने के लिए मरीज को सलाह दी जाती है.
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इस विकट परिस्थिति में मरीज के सामने आर्थिक समस्या पैदा हो जाती है फिर भी परिजन अपने मरीज को सीटी स्कैन कराने के लिए प्राइवेट निजी संस्थान में लेकर जाते हैं. निजी संस्थान की ओर से सीटी स्कैन कराने के लिए लगभग ₹6000 रुपये वसूले जाते हैं. तीमारदारों की मजबूरी होती है कि मरीज की जान बचाने के लिए अधिक राशि देकर सीटी स्कैन कराते हैं.
साहिबगंज में सिर्फ एक सूर्या नर्सिंग अस्पताल निजी संस्थान में सीटी स्कैन होता है. इसके अलावा मरीज को बंगाल या बिहार जाकर सीटी स्कैन कराना पड़ता है. सरकारी स्तर की अगर बात की जाए तो साहिबगंज सदर हॉस्पिटल या राजमहल कोविड अस्पताल या बरहेट अस्पताल में सीटी स्कैन कराने की कोई व्यवस्था नहीं है. जिला प्रशासन या राज्य सरकार की तरफ से आज तक सीटी स्कैन के लिए किसी ने पहल नहीं की है. यही वजह है कि कोविड महामारी में मरीज अधिक राशि देकर जांच कराने को मजबूर हैं.