साहिबगंज:पिछले दिनों राजमहल के स्थानीय पत्रकार की पत्नी सहित 3 लोगों की कोरोना से मौत हुई थी. इन मरीजों की मौत पर परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया था. आरोप को गंभीरता से लेते हुए डीसी ने दो सदस्यीय जांच टीम बनाई. इस जांच टीम ने रिपोर्ट सौंप दिया है, जिसमें कहा है कि मरीजों की मौत कोरोना संक्रमण के साथ-साथ निमोनिया से हुई है. इसमें डॉक्टरों की लापरवाही नहीं है.
जांच टीम ने सौंपी रिपोर्टः डॉक्टरों की लापरवाही से नहीं हुई कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत
साहिबगंज में पिछले दिनों तीन कारोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई थी. इन मरीजों के परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया था. परिजनों के आरोप को गंभीरता से लेते हुए डीसी ने जांच टीम गठित किया. जिन्होंने रिपोर्ट में डॉक्टरी लापरवाही से हुई मौत के आरोपों को खारिज किया है.
यह भी पढ़ेंःसाहिबगंज में शनिवार को मिले 43 कोरोना के नए मरीज, एक की गई जान
जांच दल के सदस्य सिविल सर्जन डॉ. अरविंद कुमार और चिकित्सक डॉ. मोहन पासवान ने राजमहल कोविड अस्पताल पहुंच पूरे मामले की तहकीकात की. डॉ. मोहन पासवान ने बताया कि तीनों मरीजों को कोरोना संक्रमण के कारण निमोनिया भी हो गया था, जिससे मरीजों की स्थिति गंभीर बन गई थी. उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की ओर से कोई लापरवाही नहीं की गई है. संक्रमित मरीजों के इलाज में चिकित्सक हमेशा लगे हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में लोगों को साकारात्मक सोच रखने की जरूरत है.