साहिबगंज: मिर्जाचौकी चेकपोस्ट पर पत्थर लदे ट्रकों से अवैध रूप से वसूली (Illegal extortion case on Mirzachowki check post) वहां के तत्कालीन थानेदार अशोक प्रसाद की सहमति से होती थी. इसमें कुछ पुलिस वालों के साथ-साथ वहां तैनात मजिस्ट्रेट भी शामिल थे. यह खुलासा डीसी रामनिवास यादव द्वारा एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा और सदर एसडीओ राहुल आनंद को भेजे गए पत्र से हुआ है.
चेकपोस्ट पर अवैध वसूली मामले में मिर्जाचौकी पर कार्रवाई, डीसी ने एसपी को लिखा पत्र - sahibganj news
साहिबगंज के मिर्जाचौकी चेकपोस्ट पर अवैध वसूली मामले (Illegal extortion case on Mirzachowki check post) में वहां के थानेदार के साथ- साथ अन्य अधिकारियों के संलिप्तता की खबर सामने आ रही है. इस मामले में डीसी ने उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिया है.
यह भी पढे़ं:बिहार-झारखंड की सीमा पर बने समेकित चेकपोस्ट बेकार, सरकार के करोड़ों रुपये हुए बर्बाद
आरोपियों पर कार्रवाई: डीसी ने अशोक प्रसाद के साथ-साथ संबंधित पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई शुरू की है. थानेदार के लिए एसपी को और दंडाधिकारियों पर कार्रवाई के लिए एसडीओ को पत्र भेजा है. एसपी को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि अवैध खनन और परिवहन रोकने के लिए एसडीपीओ की ओर से क्या कार्रवाई की गयी है. इससे भी उन्हें अवगत कराया जाए. फिलहाल अशोक प्रसाद ट्रेनिंग के लिए हजारीबाग गए हुए हैं. सब इंस्पेक्टर प्रवेश कुमार को वहां का प्रभार दिया गया है.