रांची/श्रीनगरः योग फॉर नेशन कैंपेन के तहत योग का प्रचार करने के लिए कार्यालय और योग संस्था का उद्घाटन योगा बियॉन्ड रिलीजन जम्मू और कश्मीर के इंचार्ज डॉक्टर इशफाक हसन के द्वारा किया गया. इस मौके पर योगा बियॉन्ड रिलीजन संस्था की संस्थापक राफिया नाज मौजूद थीं.
संस्था का उद्देश्य देश के नागरिकों को उनके धर्म और जाति के से परे योग प्रशिक्षण प्रदान करना है. जिससे कि देश का हर तबका योग से लाभान्वित हो सके. संस्था ने योग फॉर नेशन नाम से एक आंदोलन की शुरुआत श्रीनगर से की है. जिसका उद्देश्य भारतीय सांस्कृतिक विरासत के प्रति प्यार और सम्मान बढ़ाना है. लोगों को मुख्यधारा से जोड़ने के साथ-साथ रोजाना योग अभ्यास करने के साथ-साथ जरूरतमंद लोगों को योगा के क्षेत्र में रोजगार प्रदान करने में मदद करना भी संस्था का उद्देश्य है.
संस्था की टीम विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों, अनाथालय, मदरसा, स्कूल, कॉलेज और अन्य क्षेत्र में योग के प्रति जागरुकता फैला रही है. संस्था का कहना है कि योग कोई धर्म नहीं है और यह भारतीय संस्कृति है और जब पूरे विश्वभर ने योग को बांह फैला कर अपना लिया तो हम भारतीय सांस्कृतिक विरासत योग को अपनाने में पीछे क्यों हटे. जिस तरह योग बाहरी खुशहाली पैदा करने के लिए भौतिक विज्ञान हैं, उसी तरह योग आंतरिक खुशहाली का विज्ञान है.
योगा फॉर नेशन आंदोलन के तहत योगा बियॉन्ड रिलीजन के सदस्य देश भर में योग का प्रचार-प्रसार और प्रशिक्षण के लिए समर्पित और ईमानदारी पूर्वक काम कर रही है. जम्मू और कश्मीर के कई जिलों में योग का कार्यक्रम योगा फॉर नेशन के तहत योग कार्यशाला शुरू किया गया. ये जिले हैं जम्मू में पूंछ, रजौरी, रियास, उधमपुर, जम्मू तवी, और श्रीनगर में अनंतनाग, पुलवामा, सोपोर, श्रीनगर, बांदीपुर, कुलगाम