रांची: झारखंड एकेडमिक काउंसिल के पाठ्यक्रम के तहत संचालित उर्सुलाइन इंटरमीडिएट कॉलेज एक बार फिर विवादों के घेरे में है. इस बार नामांकन को लेकर कॉलेज प्रबंधन की ओर से एक नोटिस जारी किया गया है. इस नोटिस में निजी लॉज में रहने वाली छात्राओं को लेकर एक आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है. जिसका विरोध विभिन्न छात्र संगठनों के अलावे ऐसे हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं ने भी किया है.
दरअसल, झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से विज्ञान संकाय का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है. वहीं, मैट्रिक का भी रिजल्ट घोषित किया गया है और अब राज्य के विभिन्न इंटर कॉलेजों में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो रही है. इसी के तहत राजधानी रांची के पुरुलिया रोड स्थित इंटरमीडिएट कॉलेज रांची में भी नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. उर्सुलाइन कॉलेज प्रबंधन ने इच्छुक विद्यार्थियों से आवेदन मांगे हैं. किस आधार पर फॉर्म भरना है. कितने अंक की जरूरत है. नामांकन करने का पैटर्न क्या है. इसे लेकर पूरी जानकारी नोटिस के माध्यम से दी गई है.
निजी लॉज और हॉस्टल पर उर्सुलाइन इंटरमीडिएट कॉलेज की टिप्पणी पर बवाल, विरोध में छात्राओं के साथ उतरे कई छात्र संगठन
उर्सुलाइन इंटरमीडिएट कॉलेज ने निजी लॉज और हॉस्टल के संबंध में जो टिप्पणी की है. वह अब तूल पकड़ने लगा है. विभिन्न छात्र संगठनों के अलावे ऐसे हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं ने भी विरोध किया है.
हालांकि, इस नोटिस के साथ-साथ उर्सुलाइन इंटर कॉलेज प्रबंधन ने छात्राओं को प्रेरित करने के लिए कॉलेज द्वारा संचालित हॉस्टलों पर रहने की अपील की है. साथ ही 2022-23 सत्र के लिए हॉस्टल उपलब्ध होने के संबंध में भी एक नोटिस भी जारी किया गया. इसी नोटिस में उर्सुलाइन प्रबंधन की ओर प्राइवेट लॉज और हॉस्टल में रहने वाले छात्राओं को लेकर गलत टिप्पणी की है. उर्सुलाइन प्रबंधन के इस नोटिस में लिखा गया है कि प्राइवेट लॉज में रहने वाली छात्राओं की पढ़ाई और चरित्र के संबंध में नकारात्मक बातें सामने आती हैं. छात्राओं को ऐसी जगह रहनी चाहिए जहां वह सुरक्षित है. जहां अनुशासन हो और पढ़ने लिखने का माहौल हो.