रांची: राजधानी के बाल सुधार गृह में बंद बाल कैदी रांची पुलिस के नाक में दम किए हुए हैं. रांची जेल से कहीं ज्यादा बाल सुधार गृह पुलिस-प्रशासन को परेशान कर रहा है. यहां कभी शराब पार्टी होती है तो कभी नशे का सामान मिलता है. पिछले एक महीने से किसी न किसी वजह से सुर्खियों में रहे डूमरदगा स्थित बाल सुधार गृह से सोमवार की शाम दो बाल बंदी फरार हो गए हैं.
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चिकेन कांड की जांच के बाद हुए फरार
दोनों बाल बंदियों की फरारी डीएसपी और थानेदार को खुली चुनौती देने वाली है. चूंकि, बाल सुधार गृह से सदर डीएसपी प्रभात रंजन बरवार और इंस्पेक्टर वेंकटेश कुमार बाल सुधार गृह में चिकन फेंकने के मामले की जांच कर निकले थे. इनके निकलने के ठीक एक घंटे बाद दो बाल कैदी फरार हो गए. दोपहर करीब दो बजे सदर डीएसपी प्रभात रंजन बरवार और सदर थानेदार वेंकटेश निकले हैं. इनके निकलकर लौटने के बाद ही खबर आई करीब-करीब तीन बजे दो बाल कैदी वहां के पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गए. बाद में फिर डीएसपी और थानेदार पहुंचे और छानबीन की. इसके बाद अलग-अलग टीमें वहां से छापेमारी के लिए निकली. अब तक दोनों बाल कैदी नहीं पकड़े जा सके हैं.
20 फीट ऊंची दीवार और 25 सुरक्षाकर्मियों को दिया चकमा, कंबल को बनाया सहारा
करीब 17 वर्ष के दोनों बंदी 20 फीट ऊंची दीवारें फांदकर और 25 सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर फरार हुए हैं. भागने के लिए दोनों ने बंदियों को मिलने वाली कंबल का इस्तेमाल किया. चार से पांच कंबल को एक दूसरे से बांधकर रस्सीनुमा बनाई. इसके बाद पिछली दीवार में फांसकर दोनों फरार हो गए. इनके फरार होते ही पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया है.
फरार हुए बाल बंदियों में एक सुखदेव नगर इलाके में बीते तीन फरवरी 2020 को अंकुश शर्मा की मारपीट कर हत्या कर दी थी. बहन का पीछा करने की वजह से उसे मार डाला गया था. घटना के तीन दिन बाद ही फरार नाबालिग सहित तीन नाबालिग 6 फरवरी 2020 को पकड़े गए थे. जबकि दूसरा फरार बाल बंदी डोरंडा इलाके में झपटमारी का आरोपी रहा है. इसे 2021 में ही जेल भेजा गया था. वह डोरंडा के अलावा अन्य इलाकों में भी झपटमारी कर चुका है.
हमेशा चर्चे में रहा है बाल सुधार गृह
रांची का बाल सुधार गृह लगातार चर्चे में है. इसी महीने पुलिस की टीम ने दो बार छापेमारी की जिसमें चाकू से लेकर नशे के समान बरामद किए गए थे. रांची के बाल सुधार गृह के शराब पार्टी की वीडिया भी वायरल हुआ था. मामले में रांची के एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए वहां मौजूद 15 सुरक्षाकर्मियों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया था. लेकिन इसके बावजूद सिर्फ 6 दिन बाद ही जब पुलिस की टीम ने बाल सुधार गृह में छापेमारी की तो वहां से भारी मात्रा में नशे का सामान मिला था.