रांची: आयुष्मान कार्ड रहने के बावजूद राजधानी के मंगरू उरांव का अस्पतालों में इलाज नहीं हो पा रहा है. बता दें कि अनगड़ा के रहने वाले मंगरू उरांव सिर में चोट के बाद अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे थे. उनकी नाजुक हालत को देखते हुए परिजनों ने उसे रिम्स में भर्ती कराया था, जहां इमरजेंसी में रखने के बाद उसे मेडिसिन विभाग में शिफ्ट किया गया.
दवाई के नाम पर परिजनों से वसूले गए 2200 रुपये
मंगरू उरांव की बेटी सोनामनी ने बताया कि रिम्स में उचित इलाज नहीं होने के कारण वह अपने मरीज को मेडिका अस्पताल ले गए. अस्पताल महंगा होने के कारण जब उसने डॉक्टरों को आयुष्मान कार्ड के माध्यम से इलाज करने की बात कही तो उन्होंने इलाज करने से साफ इनकार कर दिया. उसके बाद परिजन आनन-फानन में मरीज को लेकर ओरमांझी स्थित एसीएमएस अस्पताल पहुंचे, जहां आयुष्मान कार्ड के माध्यम से इलाज करने की बात तो कही गई, लेकिन कार्ड रहने के बावजूद भी मरीज के परिजन से 2200 रुपये वसूल लिए.
बड़े सरकारी अस्पताल के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी नहीं हो सका इलाज
इस मामले को लेकर ईटीवी के संवाददाता ने जब मेडिका के प्रबंधन से बात की तो उन्होंने इस बात से साफ इंकार करते हुए कहा कि इस तरह की कोई मरीज अस्पताल में नहीं आई है. वहीं, एसीएमएस के कर्मचारी ने बताया कि मरीज का इलाज आयुष्मान योजना के तहत ही किया जाएगा, लेकिन प्राथमिक इलाज के लिए 2200 रुपये जमा किए गए हैं, साथ ही अस्पताल के मेडिकल दुकान से ग्लव्स, मास्क, सिरिंज और मेनीटॉल जैसे कई प्रकार की दवाएं खरीदने के लिए कहा गया.