- लिफाफे में कैद तूफान ने 80 दिनों से झारखंड में मचा रखी है सियासी हलचल
प्याली में तूफान वाली कहावत तो हम सबने सुनी है, लेकिन झारखंड में पिछले 80 दिनों से जिस सियासी तूफान ने हलचल मचा रखी है उसकी वजह है एक लिफाफा. इस लिफाफे के भीतर जो चिट्ठी है, वह झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बारे में है और इस चिट्ठी का मजमून बांचने का अधिकार झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस के पास है. यह चिट्ठी भारत के चुनाव आयोग की है, जो राज्यपाल के ठिकाने पर बीते 25 अगस्त को ही पहुंच चुकी है (Political stir in Jharkhand after EC letter). चिट्ठी में लिखा क्या है, इसे राज्यपाल जब तक नहीं बांचते झारखंड की सत्ता और सियासत में बेचैनी बनी रहेगी.
- बर्ड फ्लू के संभावित खतरे से निपटने के लिए विभाग अलर्ट, दिसंबर से चलेगा सैंपल जांच अभियान
झारखंड में बर्ड फ्लू के संभावित खतरे को लेकर पशुपालन विभाग और इंस्टीट्यूट ऑफ एनिमल हेल्थ एंड प्रोडक्शन अलर्ट हो गया है (Department alert to deal with bird flu). दिसंबर से कुक्कुटों का सैंपल कलेक्ट कर जांच के लिए बाहर भेजा जाएगा.
- विधानसभा चुनाव 2024 में सीट की हकमारी बर्दाश्त नहीं करेगा राजदः रंजन यादव
झारखंड की सत्ता में हिस्सेदार राजद ने गठबंधन सहयोगियों पर दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है. झारखंड युवा राजद की बैठक (Jharkhand Youth RJD Meeting) में युवा अध्यक्ष रंजन यादव ने कहा कि विधानसभा चुनाव 2024 में सीट की हकमारी बर्दाश्त नहीं करेंगे.
- झारखंड निर्माण के 22 वर्षः दुध उत्पादन में लंबी छलांग, लेकिन आत्मनिर्भरता अब भी दूर
15 नवंबर को झारखंड गठन (Jharkhand Foundation Day) के 22 साल पूरे हो रहे हैं. इस अवधि में युवा राज्य ने कई मामलों में तरक्की की है. झारखंड में दुग्ध उत्पादन भी इन्हींं में से एक है, लेकिन अभी भी इस क्षेत्र में यहां काफी कुछ किया जाना बाकी है. अभी भी झारखंड दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भर नहीं हो पाया है (Self Reliance In Milk Production), हालांकि इसके लिए कई योजनाएं चलाई जा रहीं हैं.
- जलवायु परिवर्तन : 2050 तक अरब सागर में डूब जाएंगे मुंबई के कई हिस्से
2050 तक मुंबई के कई हिस्से डूब सकते हैं. जलवायु परिवर्तन की वजह से यह बदलाव हो सकता है. यह चेतावनी विशेषज्ञों ने दी है. उनका मानना है कि महाराष्ट्र के अन्य कई हिस्से भी जलमग्न हो सकते हैं. आईपीसीसी ने आगामी तटीय सड़क परियोजना, समुद्र के बढ़ते स्तर और बाढ़ से क्षति को लेकर सवाल उठाए हैं.
- चक्रधरपुर कमलदेव हत्याकांड: शव यात्रा में नारेबाजी करने पर हुआ पथराव, पुलिस ने किया लाठीचार्ज, छोड़े आंसू गैस के गोले