रांची: झारखंड एटीएस की टीम ने अफीम तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. एटीएस ने कार्रवाई करते हुए तीन अफीम तस्करों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार तस्करों के पास से 8.57 लाख नगद और दस केजी अफीम पॉउडर बरामद किया गया है. बराबर अफीम की कीमत बाजार में 16 लाख बताई गई है.
ये भी पढ़ें-Crime News Latehar: लातेहार में 10 टन अफीम का डोडा बरामद, एक करोड़ से अधिक आंकी जा रही कीमत
क्या है पूरा मामला:झारखंड एटीएस टीम को यह सूचना मिली थी कि बूटी मोड से लेकर बीआईटी मेसरा वाले इलाके में अफीम पाउडर की एक बड़ी डील होने वाली है. जानकारी यह भी मिली कि चतरा से कुछ अफीम तस्कर रांची में डेरा जमाए हुए हैं जिन्हें नामकुम के किसी व्यक्ति के द्वारा अफीम सप्लाई होना है. सूचना के आधार पर एटीएस की टीम ने बूटी मोड़ स्थित मनन विद्या स्कूल के पास नजर रखनी शुरू की क्योंकि वहीं पर अफीम पाउडर की डिल होना तय हुआ था.
एटीएस को मिली सूचना सही थी, कुछ ही देर बाद एक बाइक पर सवार दो व्यक्ति स्कूल के पास स्थित एक खाली मैदान में आ कर खड़े हो गए. थोड़ी ही देर में बाइक से ही एक अन्य व्यक्ति भी झोले में कुछ समान लेकर पहुंचा. तीनो में अभी बातचीत ही शुरू हुई थी कि एटीएस ने पहुंचकर तीनों को धर दबोचा. तलाशी के दौरान तीनों के पास से नगद पैसे और अफीम बरामद किए गए.
मुखिया पति निकला तस्कर:जिन तीन तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उनमें रांची का रहने वाला शिवनाथ मुंडा और चतरा के सुदेश कुमार और विकास कुमार शामिल है. शिवनाथ मुंडा रांची की एक महिला मुखिया का पति है. शिवनाथ मुंडा ने पूछताछ में बताया है कि वह पूर्व से ही अफीम की खेती से जुड़ा रहा है जब अफीम तैयार हो जाता है तो वह स्थानीय लोगों से उसे खरीद कर चतरा से आने वाले तस्करों को बेच देता है. उसके बाद चतरा के तस्कर उसे पंजाब और दूसरे राज्यों तक पहुंचाते हैं.
एटीएस को दिए बयान में शिवनाथ ने बताया है कि ग्रामीण क्षेत्रों से वह 80 हजार प्रति किलोग्राम की दर से अफीम खरीद कर जमा करता है. जब अफीम जमा हो जाता है तब वह 90 हजार प्रति किलोग्राम की दर से उन्हें दूसरे तस्करों को बेच देता है जो इसे ब्राउन शुगर में तब्दील करने के लिए बाहरी राज्यों तक ले जाते हैं.