रांची: मुख्यमंत्री आवास में यूं तो रोजाना कई लोग अपनी अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर सीएम से मुलाकात करने पहुंचते हैं, उन्हीं में कोई खास भी होता है, जिस पर आकर हर किसी की नजर ठहर जाती है. कुछ ऐसे ही तस्वीर मुख्यमंत्री आवास में देखने को मिली, जहां मदद की गुहार लेकर तीन भाई पहुंचे, जिनकी उम्र तो भले ही बढ़ गई हो, लेकिन कद काठी और शारीरिक विकास नहीं हो पाया.
जानकारों की मानें तो यह तीनों भाई प्रोजेरिया नामक बीमारी से पीड़ित है और इन्हें कहीं भी रोजगार नहीं मिल रहा है, जिससे यह लोग काफी दुखी हैं और भारी मन से सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात करने पहुंचे .
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परिवहन विभाग नहीं निर्गत करा रहा ड्राइविंग लाइसेंस
सबसे बड़ा भाई कलाम खान एक ऑटो चालक है और उनकी उम्र 40 वर्ष है, लेकिन उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है. डीटीओ उन्हें लाइसेंस निर्गत नहीं कर रहे हैं, जबकि उनके पास आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी के अलावा तमाम तरह के कागजात हैं. डीटीओ का अलग तर्क है. उनका मानना है कि हाइट कम होने के कारण इन लोगों को लाइसेंस निर्गत कराना संभव नहीं है. लाइसेंस नहीं रहने के कारण कमाल खान परेशान है. कमाल ड्राइविंग लाइसेंस को लेकर लगातार परिवहन विभाग के चक्कर भी काट रहे हैं. परिवहन विभाग हाइट का हवाला देते हुए लाइसेंस बनाने में असमर्थता जाहिर कर रहा है.
मैट्रिक पास रहने के बाद नहीं मिला रोजगार
वहीं कमाल खान के मंझले भाई कलीम खान जिसकी उम्र 37 वर्ष है. उसे रोजगार की तलाश है, जो मैट्रिक पास हैं. उनका कहना है कि कोई नौकरी उसे मिल भी जाती है तो कुछ दिनों बाद उसे हटा दिया जाता है. कमाल खान का छोटा भाई तस्लीम खान जिसकी उम्र 27 वर्ष है और उसने बीकॉम भी पास किया है, लेकिन उसे भी रोजगार नसीब नहीं हो रहा है .
अपनी समस्याओं को लेकर मंगलवार को तीनों भाई मुख्यमंत्री आवास गुहार लेकर पहुंचे. तीनों रामगढ़ के रहने वाले हैं और रामगढ़ से सुबह लोग मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे. तीनों की आर्थिक स्थिति सही नहीं है. इस वजह से ही यह लोग नौकरी करना चाहते हैं, लेकिन हाइट का हवाला देते हुए इन्हें कोई नौकरी देता ही. उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद भी छोटे भाई को कहीं नौकरी नहीं मिल रही है.
उपायुक्त ने दिया मदद का भरोसा
हालांकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आज इनकी मुलाकात नहीं हो पाई, लेकिन रांची उपायुक्त ने इनकी समस्याओं को सुना और इस मामले को लेकर रामगढ़ के उपायुक्त को इनकी परेशानियों से अवगत कराया, जिसके बाद इन्हें जिला प्रशासन से हरसंभव मदद देने का आश्वासन भी दिया गया है.