रांची में चोरों की करतूत, पहले की चोरी, फिर नोट के बंडलों में लगाई आग
रांची के बरियातू हाउसिंग कॉलोनी में बंद घर को चोरों ने निशाना बनाते हुए 2 लाख रुपये के जेवरात, कई कीमती सामान और 60 हजार रुपए नगद लेकर फरार हो गए. इतना ही नहीं चोरों ने नोटों के बंडल में आग भी लगा दी.
बंद घर से लाखों की चोरी
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Published : Jun 21, 2021, 5:57 PM IST
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Updated : Jun 22, 2021, 9:17 PM IST
रांची: राजधानी में चोरों का आतंक कम होता नहीं दिख रहा है. चोरों ने एक बार फिर बरियातू में बंद घर को निशाना बनाते हुए लाखों की संपत्ति की चोरी की है. चोरी के दौरान चोरों ने घर में रखे कई सामानों और नोट के बंडल में आग लगाकर बर्बाद भी कर दिया. इधर पुलिस पूरी घटना की जांच में जुट गई है.
बंद घर को चोरों ने बनाया निशाना
बरियातू हाउसिंग कॉलोनी में चोरों ने जिस घर को निशाना बनाया वह कई दिनों से बंद था, घर के मालिक अपने निजी काम को लेकर 12 जून को जिले से बाहर गए हुए थे. वापस लौटने पर उन्होंने देखा कि उनके घर का ताला टूटा हुआ है. घर के अंदर आलमारी में रखा सामान भी बिखरा पड़ा हुआ था, पीड़ित परिवार के मुताबिक चोरों ने 60 हजार नगद और कई सोने की जेवरात की चोरी कर ली है. इसके अलावे चोरों ने घर में कई दूसरे सामानों और हजारों रुपये के नोट के बंडल में आग लगाकर बर्बाद कर दिया है.
घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस सीसीटीवी फुटेज को खंगालकर अपराधियों की तलाश में जुटी है. पुलिस ने चोरों को जल्द गिरफ्तार करने का दावा किया है.
रांची के कई इलाकों में चोरों ने आतंक मचा रखा है, चोर वैसे घरों को आसानी से लगातार निशाना बना रहे हैं जो खाली हैं या फिर जिस घर के मालिक कहीं बाहर गए हुए हैं. अगर सिर्फ जून महीने की बात करें तो चोरी के कई वारदातों को अंजाम दिया गया है. आइए एक नजर डालते हैं जून महीने में चोरी की वारदातों पर.
दिनांक
चोरी की वारदात
5 जून 2021
रांची के ड्रीम पेट्रोल पंप से डेढ़ लाख नगद और कई सामानों की चोरी
12 जून 2021
धुर्वा के एचइसी प्लांट से 26 क्विंटल पीतल के रॉ मेटेरियल की चोरी
राजधानी में चोरों के आतंक से लोग किस कदर परेशान हैं. इसका अंदाजा पुदांग ओपी के भगवती नगर से लगाया जा सकता है. जहां चोरों ने घर के बाहर पोस्टर चिपका कर चोर से चोरी नहीं करने की गुहार लगा रहे हैं, 12 जून को इस इलाके कई खाली घरों में चोरों ने अपना हाथ साफ किया था, जिसके बाद लोग पुलिस से भरोसा छोड़ पोस्टर चिपकाने को विवश हो गए.