रांचीः आरयू के अंतर्गत संचालित केसीवी कॉलेज के तीन प्रोफेसरों पर फर्जी तरीके से नियुक्ति मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कार्रवाई की थी. आरयू प्रशासन के इस फैसले के खिलाफ शिक्षकों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. जिसमें सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने आरयू से स्पष्टीकरण मांगा है. जिस पर विशेष चर्चा 31 अगस्त को आरयू के सिंडिकेट बैठक होगी.
बता दें आरयू के इस बैठक में हाई कोर्ट के मांगे गए स्पष्टीकरण को लेकर विशेष रूप से चर्चा की जाएगी. गौरतलब है कि रांची यूनिवर्सिटी केसीवी कॉलेज के तीन प्रोफेसरों पर फर्जी तरीके से नियुक्ति मामले को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कार्रवाई की है. इसमें शिक्षक उमेशनाथ तिवारी, जमील अख्तर और प्रतिमा सिन्हा शामिल हैं. इन 3 शिक्षकों के वेतन पर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने रोक लगा दिया है.
वेतन में रोक लगने के बाद इन शिक्षकों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर किया है. इस याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने आरयू प्रशासन से वेतन पर रोक लगाए जाने का कारण पूछा था. मामला अभी शांत नहीं हुआ है. लगातार इसे लेकर माथापच्ची शुरू है. विवि प्रशासन इस मामले को लेकर लगातार स्पष्टीकरण और कागजात जुटाने की तैयारी में है. इसी कड़ी में 31 अगस्त को विवि प्रशासन ने सिंडिकेट की बैठक आयोजित की है. इस बैठक में मामले को लेकर विशेष रूप से चर्चा की जाएगी.
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वहीं, इस विषय पर वीसी रमेश कुमार पांडे ने जानकारी देते हुए कहा कि यह मामला काफी गंभीर है. इसे लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन अपना पक्ष हाई कोर्ट को जरूर सौंपेगी. इस मुद्दे को सुलझाने के लिए सिंडिकेट की बैठक भी आयोजित की गई है. इस दौरान वीसी ने 33 वें दीक्षांत समारोह के मौके पर राष्ट्रपति को आमंत्रण भेजे जाने की बात कही है. वहीं, छात्र संघ चुनाव को लेकर भी विवि प्रशासन की तैयारियों की जानकारी दी है.