रांची:स्वामी विवेकानंद की 158वीं जयंती के मौके पर राजधानी के बड़ा तालाब इलाके में खेल और युवा निदेशालय की तरफ से राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया गया. इस मौके पर रांची के युवाओं की भागीदारी रही.
स्वामी विवेकानंद की मनाई गई 158वीं जयंती, मेयर ने युवाओं से की उनके रास्तों पर चलने की अपील
रांची में मंगलवार को स्वामी विवेकानंद की 158वीं जयंती मनाई गई. इस मौके पर राजधानी में खेल और युवा निदेशालय की तरफ से राष्ट्रीय युवा दिवस भी मनाया गया.
स्वामी विवेकानंद के दिखाए रास्तों पर चलने की अपील
कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची रांची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद हमेशा ही समाज के लिए आदर्श रहे हैं. इस मौके पर उन्होंने झारखंड की जनता से अपील की है कि वे उनके पद चिन्हों पर चलने के लिए संकल्पित हो. उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद की 158वीं जयंती पर पूरे देश के साथ-साथ रांची वासियों से वह अपील करती हैं कि विवेकानंद की तरह हमेशा लक्ष्य को पाने के लिए तब तक चलते रहे, जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना कर लें. कार्यक्रम में मौजूद युवा और खेल निदेशालय के निदेशक दिशान कादरी ने बताया कि आज का दिन बेहद ही खास है. हमलोगों को स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को जितना हो सके, अपने जीवन में उतारने का प्रयास करना चाहिए.
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बता दें कि रांची में युवा दिवस के मौके पर जनवरी 2019 को स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा राज्य को समर्पित की गई थी. सूबे के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इस प्रतिमा का अनावरण किया था. यह प्रतिमा 33 फीट ऊंची है, जिसे 16 फीट की गहराई से पानी के ऊपर खड़ा किया गया है. स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के निर्माण में करीब 2 करोड़ 96 लाख रुपए खर्च हुए हैं. राज्य सरकार इस पूरे प्रोजेक्ट और सौंदर्यीकरण पर 31.5 करोड़ खर्च कर रही है. इसमें 15.5 करोड़ रुपए तालाब पर ब्रिज बनाने, मूर्ति स्थापित करने और तालाब की आधारभूत संरचना को बेहतर करने में हुए. वहीं, 13 करोड़ बड़ा तालाब की चहारदीवारी के निर्माण पर खर्च होंगे. इस प्रतिमा के अनावरण को लेकर वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंगलवार को बड़ा तालाब आने वाले थे, लेकिन किसी वजह से वह यहां नहीं पहुंच सके.