रांची: कांके स्थित मुख्यमंत्री आवास पर हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में सत्ताधारी गठबंधन के विधायक दल की बैठक हुई जिसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों ने शिरकत की. इस बैठक में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और माले विधायक विनोद सिंह भी शामिल हुए.
सीएम आवास पर हुई बैठक में सत्ताधारी दलों के विधायकों ने यह रणनीति बनाई की भाजपा और आजसू द्वारा सरकार को खराब विधि व्यवस्था, रोजगार, करप्शन, ईडी, आईटी की कार्रवाई पर घेरने की रणनीति का आंकड़ों के साथ मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. शीतकालीन सत्र के दौरान सत्ताधारी दल के विधायक सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं को लेकर पॉजिटिव सोच के साथ सवाल सदन में रखें.
अपने विचारधारा और एजेंडे से पीछे नहीं हटेगा झामुमो- सुदिव्य कुमार सोनू:सत्ताधारी विधायक दल की बैठक के बाद 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति के सवाल पर झामुमो के विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा अपने विचारधारा और एजेंडे से पीछे नहीं हटेगा. उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने जिन कारणों का जिक्र करते हुए विधानसभा से पारित स्थानीय नीति का प्रस्ताव को वापस लौटाया है, उस पर विचार विमर्श फिर से पारित कराया जाएगा. झामुमो विधायक ने कहा कि खराब विधि व्यवस्था का मुद्दा उठाने से पहले भाजपा को NCRB की रिपोर्ट देखनी चाहिए.
ED -IT का मामला न्यायालय का, भाजपा राजनीतिक दल की भूमिका निभाएं- झामुमो:झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय, इनकम टैक्स का मुद्दा विभागों और न्यायालय का है. भारतीय जनता पार्टी को एक राजनीतिक दल होने के नाते जनता के मुद्दे सदन में उठाने चाहिए. चार साल बाद पहली बार सदन में नेता प्रतिपक्ष के रूप में अमर बाउरी के रहने को लेकर झामुमो नेता ने कहा कि इसके लिए भाजपा को धन्यवाद की उन्हें चार साल बाद एक नेता मिल गया.
जनहित के मुद्दा उठाये विपक्ष, सरकार करेगी स्वागत- बन्ना गुप्ता:सत्ताधारी विधायक दल की बैठक से निकले स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि विपक्ष राज्य की जनता से जुड़े हुए मुद्दे को उठाये, उसका वह स्वागत करेंगे. बन्ना गुप्ता ने कहा कि जनहित के मुद्दे पर विपक्ष के हर साल पर सरकार पूरी संवेदनशील रहेगी और जनसमस्याओं का समाधान करेगी. उन्होंने कहा कि विधि व्यवस्था सहित हर मुद्दे पर विपक्ष को सवाल करने का हक है, हम भी विपक्ष में होते तो वहीं करते.